नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति महामहिम श्री व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के योगदान के लिए क्रेमलिन के सेंट एंड्रयू हॉल में आयोजित एक विशेष समारोह में, उन्हें रूस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार “द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” से सम्मानित किया। इस पुरस्कार की घोषणा 2019 में की गई थी।
इस पुरस्कार को स्वीकार करते हुए, प्रधानमंत्री ने इसे भारत के लोगों और भारत व रूस के बीच मित्रता के पारंपरिक बंधन को समर्पित किया। उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मान दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित करता है।
इस पुरस्कार की शुरुआत 300 साल पहले हुई थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय नेता हैं।
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क्या है – “द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” ?
“द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” रूस का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार है, जिसे विशिष्ट योगदान और सेवाओं के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार की स्थापना रूस के सम्राट पीटर महान ने 1698 में की थी। यह पुरस्कार प्रमुख रूप से रूस और अन्य देशों के व्यक्तियों को उनके विशिष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है, जिसमें विज्ञान, कला, सैन्य सेवा, और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान शामिल हैं।
यह पुरस्कार एक बड़े क्रॉस और एक विशेष पदक के रूप में प्रदान किया जाता है, जिसे सेंट एंड्रयू के प्रतीक के साथ सजाया जाता है। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्ति को रूस में विशेष सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है।