जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के बीच जमशेदपुर पश्चिम-49 विधानसभा क्षेत्र में एक विवाद खड़ा हो गया है। निर्दलीय प्रत्याशी विकास सिंह के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की घटना सामने आई है।
बताया जा रहा है कि यह घटना उस समय हुई जब विकास सिंह अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस दौरान उन्हें पूर्व विधायक और वर्तमान प्रत्याशी बन्ना गुप्ता के समर्थकों द्वारा कथित रूप से दुर्व्यवहार और हिंसा का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटनाक्रम
मामले की शुरुआत तब हुई जब विकास सिंह क्षेत्र में लोगों से मिलने और अपना चुनावी एजेंडा साझा करने निकले थे। इसी दौरान बन्ना गुप्ता के कुछ समर्थकों ने होहल्ला चालू कर दिया। जिसके कारण उनकी बहस हो गई, जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की में बदल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बन्ना गुप्ता के समर्थकों ने विकास सिंह को अपशब्द कहे और उनकी प्रचार गाड़ी पर पत्थर भी चलाये। उनपर हमला करने की कोशिश की गई। इस घटना के बाद विकास सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई और उन्हें इलाज के लिए थाने से इंजरी रिपोर्ट लेने के बाद एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनकी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है।
पुलिस में शिकायत दर्ज
घटना के तुरंत बाद विकास सिंह ने स्थानीय थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान उनके राजनीतिक विरोधियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। उनका आरोप है कि यह घटना उन्हें डराने और धमकाने के लिए जानबूझकर अंजाम दी गई ताकि वह चुनावी दौड़ से बाहर हो जाएं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घटना के चश्मदीद गवाहों से पूछताछ की जा रही है।
चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी का योगदान
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कई नए चेहरे चुनाव मैदान में उतर रहे हैं, जो विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर काम करने का वादा कर रहे हैं। विकास सिंह भी इन्हीं में से एक हैं, जिन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की मंशा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि वे वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यों से असंतुष्ट हैं और जनता की सेवा के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव में खड़े हुए हैं। विकास सिंह का कहना है कि वे इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए काम करना चाहते हैं और इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं।
राजनीतिक तनाव और चुनावी संघर्ष
इस घटना के बाद चुनावी क्षेत्र में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। जहां एक ओर विकास सिंह इस घटना के खिलाफ कानूनी कदम उठाने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके समर्थक भी इस घटना से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं और ऐसी हरकतों से चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े होते हैं। क्षेत्र के लोग भी इस घटना को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं और चुनाव के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है और अब देखना होगा कि प्रशासन इसे लेकर क्या कदम उठाता है।
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