झारखंड
पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने मनाया मोइरँग विजय दिवस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस को किया नमन

जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम के पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा आज मोइरँग विजय दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अद्वितीय और साहसिक योगदान को याद करते हुए देश के इतिहास के उस स्वर्णिम अध्याय को लोगों के सामने लाने का प्रयास किया गया, जिसे वर्षों तक इतिहास के पन्नों में नजरअंदाज किया जाता रहा।
कार्यक्रम में परिषद के सदस्य सुशील कुमार सिंह ने बताया कि “नेताजी के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज ने 14 अप्रैल 1944 को मणिपुर के मोइरँग में तिरंगा फहराया था, जो स्वतंत्र भारत की पहली ऐतिहासिक झलक थी। इस गौरवशाली क्षण को आज भी बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन अब सच्चाई सामने आ रही है।” उन्होंने बताया कि 2018 में वे स्वयं हवलदार रमेश सिंह और जे डब्लू ओ ललन प्रताप सिंह के साथ मोइरँग गए थे और वहाँ के राजकीय कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
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पूर्व सैनिक सेवा परिषद के वार्षिक कार्यक्रमों में मोइरँग यात्रा को विशेष स्थान दिया गया है, और हर वर्ष पूरे भारत से करीब 50 अधिकारी और जवान वहां जाकर नेताजी को श्रद्धांजलि देते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अब जमशेदपुर में भी पिछले दो वर्षों से नेताजी सुभाष मंच द्वारा मोइरँग विजय दिवस मनाया जा रहा है।
आज के कार्यक्रम में राजीव रंजन, डॉ. कमल शुक्ला, दिनेश सिंह, प्रमोद कुमार, अनिल झा, सतनाम सिंह, उपेंद्र सिंह, अशोक श्रीवास्तव, राजेश कुमार समेत कई गणमान्य लोग और पूर्व सैनिक शामिल हुए। सभी ने नेताजी के विचारों और बलिदानों को याद करते हुए देशभक्ति की भावना को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
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