क्राइम जमशेदपुर: “सोशल भारत” न्यूज पोर्टल के पत्रकार दुर्गेश दयाल और एक अन्य पत्रकार के ऊपर दिनांक 20 अप्रैल 2024 को बिष्टुपुर के खाऊ गली में जानलेवा हमला शहर और जिला प्रशासन के लिए शर्म की बात है। इस हमले से पत्रकार जगत सदमें में है। सदमा इस बात का है की एक कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार जानलेवा गर्मी में समाज में घटने वाली हरेक वास्तविक घटना और कहानी को हरेक क्षण आपके लिए तत्क्षण उपलब्ध कराता है और वह खुद एक दुर्घटना का शिकार हो रहा है और उसको बचाने वाला कोई नहीं बल्कि सब तमाशबीन होकर मारपीट का मजा ले रहे। वाह रे व्यवस्था, वाह रे समाज, खबर बनाने वाले की ही खबर बन गयी।
जमशेदपुर में पत्रकारों पर हमले: इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने जताई कड़ी निंदा, जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजेए) जिला पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष अनिल कुमार मौर्य ने जमशेदपुर में बीते रात पत्रकारों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस घटना को अस्वीकार्य और दुखद बताया है।
मौर्य ने कहा, “यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर खतरा है और यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और जिला प्रशासन से आग्रह करते हैं कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करे।”
उन्होंने आगे कहा, “यह संविधान के चौथे स्तंभ का घोर अपमान है। पत्रकारों पर जानलेवा हमला किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
मौर्य ने कहा कि आईजेए इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मुलाकात करेगा और पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे पर बात करेगा। उन्होंने कहा कि संगठन यह सुनिश्चित करेगा कि इस घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
मौर्य ने कहा, “जमशेदपुर में पत्रकारों पर हमले की घटनाएं आये दिन हो रही हैं। यह सभ्य समाज और प्रशासन की व्यवस्था पर एक बड़ा सवालिया निशान है।”
उन्होंने कहा, “आईजेए पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पत्रकारों को अपना काम बिना किसी डर या खतरे के करने की पूरी आजादी मिले।”
पत्रकार पर हमला: मधु सिन्हा ने जताई कड़ी निंदा, पत्रकार सुरक्षा पर उठाए सवाल
न्यूज पोर्टल के पत्रकार दुर्गेश दयाल और एक अन्य पत्रकार पर 20 अप्रैल 2024 को बिष्टुपुर के खाऊ गली में हुए जानलेवा हमले की प्रदेश उपाध्यक्ष, झारखंड, मधु सिन्हा ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर खतरा है और यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
सिन्हा ने कहा, “यह घटना पत्रकारों को डराने और उन्हें सच उजागर करने से रोकने का प्रयास है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार से आग्रह करते हैं कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करे।”
उन्होंने कहा, “यह ह्रदय विदारक है कि एक पत्रकार जो समाज में हो रही गलत घटनाओं को उजागर कर रहा था, उस पर ही हमला कर दिया गया। यह दर्शाता है कि हमारे समाज में कानून का कितना कम सम्मान है।”
सिन्हा ने कहा, “यह घटना शहर और जिला प्रशासन के लिए भी एक बड़ा शर्मिंदगी का विषय है। यह स्पष्ट है कि प्रशासन पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहा है।”
उन्होंने कहा, “हम सरकार से मांग करते हैं कि वह इस मामले की जांच करवाए और दोषियों को कड़ी सजा दे। साथ ही, पत्रकारों की सुरक्षा के लिए भी कड़े इंतजाम किए जाएं।”
मधु सिन्हा ने पत्रकारों से भी अपील की कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहें और किसी भी तरह की घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
उन्होंने कहा, “हमें एकजुट होकर पत्रकारों पर होने वाले हमलों के खिलाफ आवाज उठानी होगी। यह घटना एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति को उजागर करती है। यह उम्मीद की जाती है कि सरकार इस मामले में त्वरित कार्रवाई करेगी और पत्रकारों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगी।
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पत्रकार पर हमला: इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने जताई कड़ी निंदा, 4 दिन में गिरफ्तारी नहीं तो मुख्यमंत्री के घर आमरण अनशन
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजेए) के प्रदेश महासचिव, देवानंद सिन्हा ने “सोशल भारत” न्यूज पोर्टल के पत्रकार दुर्गेश दयाल और एक अन्य पत्रकार पर 20 अप्रैल 2024 को बिष्टुपुर के खाऊ गली में हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना अस्वीकार्य और दुखद है।
सिन्हा ने कहा, “यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर खतरा है और यह पूरी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और जिला प्रशासन से आग्रह करते हैं कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करे।”
उन्होंने कहा, “यह शहर और जिला प्रशासन के लिए शर्म की बात है कि एक पत्रकार पर इस तरह से हमला किया गया।”
सिन्हा ने आगे कहा कि आईजेए इस मामले में 4 दिन का अल्टीमेटम दे रही है। उन्होंने कहा, “यदि 4 दिनों के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो आईजेए मुख्यमंत्री के घर के सामने आमरण अनशन करेगा।“
उन्होंने पत्रकारों से भी अपील की कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहें और किसी भी तरह की घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा, “हमें एकजुट होकर पत्रकारों पर होने वाले हमलों के खिलाफ आवाज उठानी होगी।”
यह घटना एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति को उजागर करती है। यह उम्मीद की जाती है कि सरकार इस मामले में त्वरित कार्रवाई करेगी और पत्रकारों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगी।
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जमशेदपुर में पत्रकारों पर हुए हमलों का इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने किया विरोध, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजेए) ने जमशेदपुर में बीते रात पत्रकारों पर हुए हमलों का कड़ा विरोध किया है। इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश सचिव आतिफ खान ने कहा कि यह घटना चिंताजनक है और पत्रकारों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाती है।
खान ने कहा, “कहने को तो पत्रकार देश का चौथा स्तंभ है, लेकिन इस चौथे स्तंभ को हिलाने के लिए देश में होड़ मचा हुआ है। लगातार पूरे देश में पत्रकारों पर हमले किए जा रहे हैं और उनकी हत्या की जा रही है।” उन्होंने कहा कि यह पत्रकारों के मनोबल को गिराने का प्रयास है।
बीते रात जमशेदपुर में हुए हमलों में दो पत्रकार घायल हो गए थे। इन हमलों की आईजेए ने कड़ी निंदा करते हुए पीड़ित पत्रकारों के लिए उचित मुआवजा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
खान ने कहा, “हम माननीय मुख्यमंत्री श्री चंपई सोरेन जी से अनुरोध करते हैं कि वे इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें और पत्रकार सुरक्षा कानून को जल्द से जल्द लागू करें। यदि सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आईजेए आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।”
जमशेदपुर में पत्रकारों पर हमले: नीतू दुबे ने जताई कड़ी निंदा, गुनाहगारों पर जल्द कार्रवाई की मांग
जमशेदपुर में बीते रात पत्रकारों पर हुए हमलों की नीतू दुबे ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही शर्मनाक है और पत्रकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर खतरा है।
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की महिला प्रदेश सचिव दुबे ने कहा, “कहने को तो हम पत्रकार इस देश के चौथे स्तंभ हैं, लेकिन हमें चौथा स्तंभ मानता कौन है। कम से कम पत्रकारों को इंसान तो समझिए। पत्रकारों पर आए दिन हमले होते रहते हैं और प्रशासन मौन रहता है।”
उन्होंने कहा, “कल जो घटना हुई है उसके लिए गुनाहगारों पर जल्द कार्रवाई हो ये मेरा अनुरोध है।”
दुबे ने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए जाएंगे।
दुबे ने पत्रकारों से अपील की कि वे किसी भी तरह की घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पत्रकार एकजुट होकर पूरे शहर में हुक्का सप्लाई करें बंद – कमलेश गिरी
जमशेदपुर में पत्रकार पर हमला इतनी दुखद घटना है कि ऐसा लगता है कि लोग देश के चौथे स्तंभ पर हमला कर शहर के कुख्यात गुंडों की सूची में शामिल होने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कई बार पत्रकारों पर हमला होने पर पुलिस अधिकारी या राजनीतिक दलों के नेता चुप्पी साध लेते हैं। कुछ नेताओं ने इस हमले का विरोध किया है लेकिन अपराधी की तुरंत गिरफ्तारी नहीं होने पर असुरक्षा के कारण प्रतिक्रिया देने से डरते हैं, इसलिए सभी पत्रकार एकजुट होकर पूरे शहर में हुक्का सप्लाई बंद करने के लिए जमशेदपुर में आंदोलन शुरू करेंगे तभी प्रशासन जागेगी।
आईजेए ने निम्नलिखित मांगें भी रखी हैं:
- पत्रकारों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए।
- पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशेष प्रावधान किए जाएं।
- पत्रकारों के खिलाफ होने वाले अपराधों की त्वरित जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
आईजेए ने सभी पत्रकार संगठनों और मीडिया हाउसों से भी इस मुद्दे पर एकजुट होने और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने की अपील की है।