जमशेदपुर: नेहरू युवा केंद्र जमशेदपुर ने एनआईटी जमशेदपुर की एनएसएस इकाई, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और उन्नत भारत अभियान (यूबीए) के सहयोग से एनआईटी जमशेदपुर में कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक आदान-प्रदान और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत शाम 4:00 बजे हुई, जिसमें कश्मीर के छह विभिन्न जिलों—अनंतनाग, कुपवाड़ा, बारामूला, बडगाम, श्रीनगर और पुलवामा से आए 132 से अधिक कश्मीरी युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रस्तुति से हुई, जिसमें जमशेदपुर और झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक रीति-रिवाजों, त्योहारों, खान-पान, संगीत आदि की जानकारी दी गई।
एनआईटी जमशेदपुर के परिसर जीवन, उत्सवों, क्लबों और कार्यक्रमों के बारे में भी बताया गया। इसके बाद एक संवाद सत्र हुआ, जहां एनआईटी जमशेदपुर के विभिन्न राज्यों से आए छात्रों ने अपनी-अपनी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं के बारे में जानकारी साझा की। यह सत्र एनआईटी जमशेदपुर में मौजूद सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है। इसके बाद, सभी छह जिलों के कश्मीरी युवाओं ने अपनी स्थानीय परंपराओं, व्यंजनों और इतिहास के बारे में जानकारी दी।
Read More : बुरुडीह उच्च विद्यालय के दसवीं कक्षा के 144 विद्यार्थियों को दी गई विदाई
इस कार्यक्रम में एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर, उप निदेशक डॉ. राम विनय शर्मा, रजिस्ट्रार कर्नल डॉ. निशीथ कुमार राय (सेवानिवृत्त), छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. आर.पी. सिंह, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. जयेंद्र कुमार, यूबीए कार्यक्रम प्रभारी डॉ. कनिका प्रसाद, एएनओ मुनेश कुमार तथा अन्य सम्मानित संकाय सदस्यों और कश्मीर के छह जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसके अलावा, नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी (डीवाईओ) सुश्री अंजलि कुमारी (पूर्वी सिंहभूम), सुश्री कंचन कुमारी (लातेहार) और श्री गौरव कुमार (बोकारो) भी इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए उपस्थित रहे।
माननीय निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कश्मीर की खूबसूरती को “धरती का स्वर्ग” बताया और राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर दिया। डॉ. जयेंद्र कुमार ने आयोजकों, स्वयंसेवकों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस तरह के आयोजनों को राष्ट्र-निर्माण और एकता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बताया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ, जिसके बाद कश्मीरी युवाओं और प्रतिनिधियों को एनआईटी जमशेदपुर परिसर का दौरा कराया गया।