जमशेदपुर : नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में आईडीएमए और पीसीआई के मार्गदर्शन व संयुक्त प्रयास से राष्ट्रीय सीजीएमपी दिवस मनाया गया. यह आयोजन यूनिवर्सिटी के फार्मेसी विभाग की ओर से एनएसयू ऑडिटोरियम में किया गया. इसमें करंट गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
संगोष्ठी में वक्ता एवं रिसोर्स पर्सन के रूप में रांची स्थित बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रो डॉ किशंता कुमार प्रधान, थे. उन्होंने आधुनिक फार्मास्युटिकल विज्ञान, विशेषकर फार्मा उद्योग में सीजीएमपी के वर्तमान पहलुओं और महत्व पर चर्चा की. उनके द्वारा दी गयी जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण रही, संगोष्ठी में पूरी तरह से प्रेरक रही. सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों ने इसकी सराहना की.
इससे पूर्व आरंभ में एनएसआईपी के प्राचार्य ने स्वागत भाषण करते हुए सीजीएमपी की भूमिका और इसमें भविष्य की संभावनाओं के साथ क्यूबीडी, औषधीय उत्पादों की सुरक्षा और प्रभावकारिता के संबंध में नियमों के कार्यान्वयन के बारे में बताया. इस संबंध में फार्मेसी विभाग के वरिष्ठ संकाय मानस रंजन नायक और शाइस्ता सनुबर ने संगोष्ठी के विषय पर प्रकाश डाला. एनएसयू संगोष्ठी के दौरान फार्मेसी विभाग के सभी छात्र-छत्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.