जमशेदपुर | झारखण्ड
सभी अनुपयुक्त बैंक खाता को तीन दिनों में बंद करें… सिविल सर्जन
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में निदेशक डीआरडीए श्री सौरभ सिन्हा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई। सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी, एसीएमओ डॉ. आलोक रंजन महतो, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. आर एन झा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मृत्युंजय धावड़िया, डीआरसीएचओ डॉ रंजीत कुमार पाण्डा, डीएमओ डॉ बागेन हेम्ब्रम, जिला समाज कल्याण पदाधकारी श्रीमती नेहा संजना खलखो, सभी सीडीपीओ तथा एमओआईसी, डीपीसी, डीडीएम तथा अन्य विभागीय पदाधिकारी व कर्मी मौजूद रहे। निदेशक डीआरडीए ने शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव व बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए शत प्रतिशत उपलब्धि पर जोर दिया और हर स्वास्थ्य कार्यक्रम की बिंदुवार समीक्षा की।
संस्थागत प्रसव में पिछड़ने वाले प्रखंड पोटका(63%), घाटशिला(62%), मुसाबनी(68%) तथा बहरागोड़ा (68%) के एमओआईसी एवं सीडीपीओ को आपसी समन्वय से गर्भवती महिलाओं को प्रेरित कर अनिवार्य रूप से अस्पताल में ही प्रसव कराने का निदेश दिया गया। सभी एमओआईसी एवं सीडीपीओ को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि सेविका एवं सहिया के माध्यम से हरेक गर्भवती महिला को डिलीवरी होने तक फॉलो करें। संस्थागत प्रसव में जिले की उपलब्धि भी 85 फीसदी रही, इसे शत प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया।
शिशुओं के नियमित टीकाकरण में मुसाबनी (78%) तथा पटमदा (79%) की उपलब्धि पर अप्रसन्ता जाहिर की गई। कुपोषित बच्चों के उपचार को लेकर सिविल सर्जन ने स्पष्ट निर्देश दिया कि एमटीसी में बेड भर जाने पर अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करते हुए उपचार करें। अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर उपचार का निदेश दिया गया। आयुष्मान भारत योजना में सरकारी अस्पतालों की प्रतिभागिता बढ़ाने का निदेश दिया गया। बैठक में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, कुष्ठ रोग खोज, परिवार नियोजन, एनसीडी स्क्रीनिंग सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी । विशेष संचारी रोग अभियान पर भी चर्चा की गयी।
जिले की उपायुक्त द्वारा लगातार सभी विभागीय प्रधान को अनुपयुक्त विभागीय बैंक खातों को बंद करने का निर्देश दिया जा रहा। स्वास्थ्य विभाग में अभी भी प्रखंडों में कई बैंक खाता बंद नहीं हुए हैं, सिविल सर्जन ने निदेशित करते हुए कहा कि ऐसे अनुपयुक्त सभी बैंक खाता को तीन दिनों में बंद करें अन्यथा जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।
15-26 जून तक दम्पत्ति संपर्क अभियान, 27 जून – 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता अभियान
परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता को लेकर जिले में सघन जनसंपर्क अभियान चलाया जाना है। परिवार नियोजन के माध्यम से मातृ मत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना उद्देश्य है। इस अभियान के तहत 15-26 जून तक दम्पत्ति संपर्क अभियान चलाया जाएगा जिसमें सहिया तथा एएनएम द्वारा विवाहित योग्य महिला की सूची तैयार किया जाएगा तथा इच्छुक योग्य महिला/ पुरूष को चिन्हित कर परिवार नियोजन के विभिन्न सेवाओं को लेने हेतु स्वास्थ्य केन्द्र को सूची उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं 27 जून से 31 जुलाई तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरता अभियान में ग्राम स्तर पर योग्य महिला तथा पुरूष को संवेदित कर परिवार नियोजन सेवा लेने हेतु सहमत करने का प्रयास होगा। जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूकता को लेकर पंचायत स्तर पर कई जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निदेश दिया गया।