द फ्लाइंग सिख – अनटोल्ड मिल्खा सिंह।

ओलंपिक स्टार मिल्खा सिंह का दिनांक 18 जून 2021 को 91 वर्ष की आयु में COVID-19 से ग्रसित होने के कारण निधन हो गया। जिससे देश ही नहीं सारा विश्व गमगीन है।

सारा विश्व इन्हें ‘फ्लाइंग सिख’ के रूप में जानता है। ट्रैक और फील्ड आइकन मिल्खा जी ने एशियाई खेलों के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर पर स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र एथलीट हैं।  बता दें की उन्होंने 1958 और 1962 के एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक 1956 के मेलबोर्न में, 1960 के रोम में और 1964 के टोक्यो में हुए ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें 1959 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

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द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्हें 3 जून को पीजीआईएमईआर के नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन कोविड ​​​​-19 वार्ड में भर्ती कराया गया था। दिनांक 18 जून, 2021 शुक्रवार की देर रात को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इनकी पत्नी निर्मल सैनी (निर्मल कौर, वॉलीबॉल स्टार) का निधन भी 13 जून, 2021 रविवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे भी COVID-19 से ग्रसित थीं। वे एक सप्ताह तक मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती थीं।

बता दें कि पीजीआईएमईआर अस्पताल में विशेष चिकित्सा सुरक्षा के बीच मिल्खा जी नहीं बच सके। बुखार और ऑक्सीजन की कमी होने के कारण उनका देहांत 18 जून की शाम को हो गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में किया गया। वे अपने पीछे बेटा गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और तीन बेटियों को छोड़ गए।
उनका बेटा जीव गोल्फर है, जो 22 मई को दुबई से आया था। उनकी एक बेटी मोना मिल्खा सिंह, संयुक्त राज्य अमेरिका में एक डॉक्टर है, बाद में यहां पहुंची।
पीजीआईएमईआर ने भी एक बयान जारी कर अपनी संवेदना व्यक्त की।  अस्पताल ने कहा, “..एक मेडिकल टीम के तमाम प्रयासों के बावजूद, मिल्खा सिंह जी को उनकी गंभीर स्थिति से नहीं निकाला जा सका और एक बहादुर लड़ाई के बाद, वह रात 11:30 बजे अपने स्वर्गीय निवास के लिए रवाना हो गए।”
वहीं पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रो जगत राम ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि – ” मिल्खा को मैदान पर और बाहर उनकी असाधारण उपलब्धियों और उनके प्यारे और मानवीय व्यक्तित्व के लिए याद किया जाएगा।” 

चंडीगढ़ के सेक्टर 25 श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।  जिसमें पुलिस दल ने इस महान एथलीट को अंतिम पोस्ट देकर बंदूक की सलामी दी। उनके पुत्र जीव मिल्खा सिंह ने अंतिम संस्कार करते हुए मिल्खा जी को मुखाग्नि दी।

उनकी उपलब्धियों को कोई नहीं भूल सकता। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू , पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनके आवास सेक्टर 8 पर जाकर संवेदना व्यक्त की थी। पंजाब सरकार ने एक दिन पहले ही महान एथलीट के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक और सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। वहीं अमरिंदर सिंह ने यह घोषणा की थी कि पंजाब सरकार मिल्खा सिंह का राजकीय अंतिम संस्कार करेगी। इनकी स्मृति में पटियाला में महाराजा भूपिंदर सिंह पंजाब स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में मिल्खा सिंह चेयर की भी घोषणा की।

1960 में लाहौर में मिल्खा सिंह ने पाकिस्तानी स्प्रिंटर अब्दुल खालिक को हरा दिया था। जिसके बाद तत्कालीन प्रधान मंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू ने उसके दूसरे दिन राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा की थी जिसे याद करते हुए, पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि काश वह भी आज के दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर पाते। लेकिन पंजाब राज्य की छुट्टी के साथ शोक मनाएगा।

पीजीआईएमईआर अस्पताल में भर्ती होने के बाद, मिल्खा जो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली गई थी।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मिल्खा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शुक्रवार की उस बातचीत को याद करते हुए कहा कि ”मुझे कम ही पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से, हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है, जिसने देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया था और अनगिनत भारतीयों के दिलों में उनका एक विशेष स्थान था। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने लाखों लोगों का उनका प्रिय बना दिया था। उनके निधन से दुखी हूं।”

मिल्खा सिंह जी का जन्म 20 नवंबर 1929 को गोविंदपुरा, पंजाब, ब्रिटिश भारत के समय हुआ था। अपनी अद्वितीय दौड़ के कारण दुनिया उन्हें फ्लाइंग सिख के नाम से जानती हैं। भारत ने अपना एक रत्न खो दिया। आप को सलाम है।

उन्हें याद करते हुए भारत के सभी सम्मानित हस्तियों ने ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की है।

Deeply saddened to hear that Shri Milkha Singh ji has passed away. Through his scintillating performances on the world stage, the legendary athlete has stirred and inspired every Indian – and not just in sports. pic.twitter.com/culHcUFXI3

— Vice President of India (@VPSecretariat) June 18, 2021

❤️🙏🏽 pic.twitter.com/Ti2I457epP

— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) June 19, 2021

India mourns the sad demise of legendary sprinter Shri Milkha Singh Ji, The Flying Sikh. He has left an indelible mark on world athletics. Nation will always remember him as one of the brightest stars of Indian sports. My deepest condolences to his family and countless followers. pic.twitter.com/HsHMXYHypx

— Amit Shah (@AmitShah) June 18, 2021

The passing of sporting icon Milkha Singh fills my heart with grief. The story of his struggles and strength of character will continue to inspire generations of Indians. My deepest condolences to his family members, and countless admirers.

— President of India (@rashtrapatibhvn) June 18, 2021

In the passing away of Shri Milkha Singh Ji, we have lost a colossal sportsperson, who captured the nation’s imagination and had a special place in the hearts of countless Indians. His inspiring personality endeared himself to millions. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/h99RNbXI28

— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2021

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