जमशेदपुर : एनआईटी जमशेदपुर के संकाय ने 2024 के लिए विश्व स्तर पर शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में अपनी पहचान बनाकर संस्थान को पूरे देश में गौरवान्वित किया है। संस्थान के 6 प्रोफेसरों को स्टैंफोर्ड यूनिवर्सिटी and Elsevier Research ने दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की श्रेणी में शामिल किया है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में एनआईटी जमशेदपुर के प्रतिष्ठित और उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है।
यह सर्वेक्षण Elsevier Research and अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के समूह द्वारा चयन के आधार पर प्रकाशित किया गया है, जिसमें वैज्ञानिकों का चयन उनके लिए प्रकाशित शोध कार्य प्राप्त उद्धरणों के आधार पर किया जाता है।
विदित है की अमेरिका के स्टैनफोर्ड, कैलिफोर्निया में स्थित दुनिया के टॉप एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स में से एक स्टैंफोर्ड यूनिवर्सिटी कैंपस की स्थापना 1885 में हुई थी और यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है, जहां हायर एजुकेशन के लिए साइंस, कॉमर्स, मेडिसिन, सोशल साइंस समेत लगभग सभी विषयों पर कोर्सेज़ ऑफर किए जाते हैं।
यह यूनिवर्सिटी एक प्रमुख रिसर्च सेंटर भी है जो न्यूरोसाइंस, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान, साइबर सिक्योरिटी, जीव विज्ञान, सौर ऊर्जा, आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च के लिए पहचानी जाती है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी को विश्व में नोबेल पुरुस्कार विजेताओं की खान के रूप में भी ख्याति मिली हुई है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के 32 वैज्ञानिकों, प्रोफेसरों और छात्र नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं।
दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की श्रेणी में मान्यता मिलने से एनआईटी जमशेदपुर का सम्मान बढ़ गया है, क्योंकि यह सम्मान एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो भारतीय शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में एनआईटी जमशेदपुर के प्रतिष्ठित और उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है।
इस वर्ष एनआईटी जमशेदपुर से जिन प्रोफेसर्स को दुनिया के 2% वैज्ञानिकों की सूची में शामिल किया गया है उनमें गणित विभाग के डॉ. सुनील कुमार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजय, और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. सतीश कुमार , इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के डॉ. अजय कुमार और डॉ. Surjit Kundu and Dr Balram Ambade of Chemistry department शामिल हैं। विश्व की 2% वैज्ञानिक सूची में संस्थान के प्रोफेसरों की इस मान्यता ने एनआईटी जमशेदपुर को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के वैश्विक मानचित्र पर लाकर सुर्खियों में ला दिया है।
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इस उपलब्धि के पीछे की कहानी विश्व में विशिष्टता प्राप्त करने वाले एनआईटी जमशेदपुर के 6 प्रोफेसर्स के सामर्थ्य और संकल्प की है, जो उन्होंने वैज्ञानिक गौरव के लिए पूरी तरह से प्राथमिकता दी है। इसके पीछे उनके अद्वितीय और अदिम योगदान की है, जो भारतीय शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में विक्रांति के लिए उनकी उम्मीदों को पूरा करती हैं। यह महत्वपूर्ण प्रतिस्थान स्टैंफोर्ड यूनिवर्सिटी की “विश्व वैज्ञानिक सूची” के माध्यम से प्राप्त किया गया है, जो दुनिया भर के शीर्ष वैज्ञानिकों को मान्यता देने के लिए अपनी योजना ‘विश्व वैज्ञानिक सूची’ के माध्यम से वैज्ञानिकों का चयन करता है।
इस सम्मान से, संस्थान में चारो ओर उमंग एंव उत्साह का माहौल हैं शिक्षक एंव छात्र एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं। एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक (प्रो.) गौतम सूत्रधर ने इस सम्मान का स्वागत किया और इसके लिए चयनित प्रोफेसरों की मेहनत और प्रतिबद्धता की सराहना की। वे इस उपलब्धि को स्थायी और महत्वपूर्ण मानते हैं और कहा की यह एनआईटी जमशेदपुर के वैज्ञानिक समुदाय के लिए गर्व की बात है। इस सम्मान से, एनआईटी जमशेदपुर अगले कदमों की ओर अग्रसर है और अपने वैज्ञानिकों को जटिल चुनौतियों का सामना करने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए शक्तिशाली बनाता है।
संस्थान के रजिस्ट्रार कर्नल (डॉ) निशीथ कुमार राय ने भी सभी को बधाई दी और कहा कि इन प्रोफेसरों के योगदान ने एनआईटी जमशेदपुर को शिक्षा और शोध के क्षेत्र में सर्वोच्च स्तर पर प्रतिष्ठित किया है और सरायकेला-खरसावां जिले और झारखंड को गौरवान्वित किया है, और वे इस सम्मान के लिए हार्दिक बधाई और अभिनंदन के पात्र हैं।