अजब | गजब
कई बार हमारे मन में ऐसे सवाल भी आते हैं जिसका जवाब दे पाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसा ही एक सवाल है – दुनियां की सबसे महंगी चीज (Most Expensive Element) क्या है ? क्या आप बता सकते हैं ?
कुछ समय तक लोग यूरेनियम या तो ब्लैक डायमंड तक को ही सबसे महंगी वस्तु जानते थे। लेकिन आज सबसे महंगी वस्तु का ख़िताब किसी और चीज के पास है। और आपको जानकर हैरानी होगी की दुनिया की सबसे महंगी चीज की एक ग्राम की कीमत इतनी है कि उतने पैसे में एक, दो …. दस नहीं बल्कि दुनिया के 100 से अधिक देश (छोटे) खरीदे जा सकते हैं। बता दें की इसके एक ग्राम की कीमत लगभग 90 ट्रिलियन डॉलर (63 लाख अरब रुपये) के करीब है।
What is the most expensive thing in the world?
नासा के अनुसार, दुनिया की सबसे महंगी चीज एंटीमैटर है। जी हाँ, एंटीमैटर। और एक ग्राम एंटीमैटर बनाने में लगभग 250 लाख डॉलर से भी ज्यादा खर्च हो सकते हैं और इसके एक ग्राम की कीमत लगभग 90 ट्रिलियन डॉलर (63 लाख अरब रुपये) के करीब है।
क्या है एंटीमैटर ?
एंटीमैटर एक प्रकार का ईंधन है। और यह प्रतिद्रव्य प्रतिकणों से मिलकर बना होता है। जिसका इस्तेमाल अंतरिक्ष में खासकर दूसरे ग्रहों पर जाने वाले विमानों में ईंधन की तरह किया जा सकता है।
एंटीमैटर (Antimatter)
एंटीमैटर दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है। इसे साधारण भाषा में प्रतिपदार्थ भी कहा जाता है। इसे बनाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव भी माना जाता है। जानकारियों के मुताबिक, इसे बनाने में बहुत कोशिशें की कई है इसके बावजूद, इसके केवल 309 एटम (Atom) ही अबतक बनाए जा सके हैं। जनवरी 2011 में एक अमेरिकी संस्था, अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी (American Astronomical Society) ने यह बताया कि एंटीमैटर थंडरस्टॉर्म क्लाउड्स (Thunderstorm Clouds) की ऊपरी लेयर में भी पाया जाता है।
इसकी कीमत को लेकर कई बातें सामने आई हैं। 1 ग्राम एंटीमैटर बनाने में करीब 43 लाख अरब रुपये लगते हैं। वहीँ इसकी कीमत 63 लाख अरब रुपये अनुमानित है।
कैलिफॉर्नियम – 252 (Californium-252)
विश्व में दूसरा सबसे महंगा पदार्थ कैलिफॉर्नियम 252 को माना जाताहै। इसके एक ग्राम की कीमत करीब साढ़े 7 करोड़ से लेकर 19 करोड़ रुपये तक होती है। इसकी खोज वर्ष 1950 में अमेरिका के कैलिफॉर्निया में हुई थी। इसलिए इसका नाम जगह के नाम पर पद गया। इसका इस्तेमाल न्यूक्लियर रिएक्टर में किया जाता है। कैलिफोरियम-252 का इस्तेमाल सर्वाईकल कैंसर के इलाज में भी होता है।
हीरा (Diamond)
हम सभी जानते हैं की दुनिया की सबसे महंगी वस्तुओं में हीरा शामिल है। और इसके एक ग्राम की कीमत 38 लाख से लेकर करीब 75 लाख रुपये तक हो सकती है। इसका उपयोग खासकर आभूषणों में किया जाता है। वहीँ कांच के काटने में भी हीरे का उपयोग किया जाता है।
ट्राइटियम (Tritium)
दुनिया की चौथी सबसे महंगी वस्तुओं में से एक है – ट्राइटियम। यह सुपर हेवी हाइड्रोजन है। कुछ नाभिकीय हथियारों में ईंधन के अहम घटक के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल अंधेरे में चमकने वाली घड़ी लाइट के तौर पर भी होता है। ट्राइटियम की खोज वर्ष 1920 में वाल्टर रसेल ने की थी। मुख्य रूप ये इसका इस्तेमाल महंगी घड़ियों के निर्माण, दवा और रेडियो थेरपी में किया जाता है। इसके एक ग्राम की कीमत करीब साढ़े 26 लाख रुपये मानी जाती है।
टैफिट स्टोन (Taaffeite Stone)
पांचवा सबसे महंगा पदार्थ है – टैफिट स्टोन। इस यह दुर्लभ रत्न का मुख्य स्रोत तंजानिया में है। यह लाल और बैंगनी रंग का होता है। इसके एक ग्राम की कीमत करीब 14 लाख रुपये मानी जाती है। इसे दुर्लभ इसलिए भी माना जाता है कि अब तक इसे जितना खोजा गया है यदि उनसबको मिलाकर एक प्याली में रख दिया जाए तो प्याली सिर्फ आधी ही भरेगी। बता दें की यह हीरा के मुकाबले मुलायम होता है और इसका इस्तेमाल रत्न के तौर पर भी किया जाता है।
आइये दुनियां की अन्य महंगी चीजों के नाम जानते हैं : –
विटल्सबैक ग्रैफ़ डायमंड – 80 मिलियन डॉलर
1963 फ़रारी जीटीओ – 70 मिलियन डॉलर
ग्रैफ़ डायमंड्स हेलुसिनेशन वॉच – 55 मिलियन डॉलर
CarInsurance.com नाम के डोमेन – 49.7 मिलियन डॉलर
क्रिस्टल पियानो – 3.22 मिलियन डॉलर
ब्लूफ़िन टूना – 3.1 मिलियन डॉलर
द वॉकिंग मैन – 104.3 मिलियन डॉलर