त्याग, बलिदान, समर्पण और इंसानियत का पैग़ाम देने वाले पावन पर्व "ईद-उल-अजहा" पर सोनारी शांति समिति के सदस्यों ने आपसी भाईचारे की मिशाल पेश की।