UCC | BHARAT
हिन्दू विरोधी नारा लगाकर हिन्दूओं को निरंतर लालकारने का कार्य विधर्मियों द्वारा किया जा रहा हैं। भारत में हिन्दू विरोधी नारे लगना साधारण सी बात है। इससे राजनीतिक चमक आती है। और इसकी चमक तब और बढ़ जाती है जब यह नारे किसी गैर हिन्दू बहुल क्षेत्रों से आये, उन प्रदेशों में यह जैसे परंपरा बन गई है। खैर यह कौन लोग हैं और वे ऐसा क्यों करते हैं ये वही जाने। – मृत्यंजय कुमार
बता दें की केरल में ‘समान नागरिक संहिता (UCC)’ के खिलाफ आयोजित एक रैली में खूब हिन्दू विरोधी नारेबाजी की गई। यह रैली ‘मुस्लिम यूथ लीग’ की तरफ से की गई रैली थी, जिसमें इस तरह की नारे बाजी की गई।
यह हरकत बताती है कि उनकी सोच में हिन्दूओं के प्रति कितना प्रेम है।
हालांकि ‘मुस्लिम यूथ लीग’ ने इस हरकत पर अपने एक नेता के निलंबन का ऐलान किया है। वहीं भाजपा और हिन्दूवादी संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
इस पूरे घटना का जिम्मेदार कन्हागड़ निवासी अब्दुल सलाम को माना जा रहा है। ‘मुस्लिम यूथ लीग’ (MYL) ने इस सम्बन्ध में बयान जारी करते हुए कहा है कि यह एक अक्षम्य गलती है।
क्या है मामला ?
आपको बता दें कि यह घटना केरल राज्य के कासरगोड जिले की है। जहां ‘मुस्लिम यूथ लीग’ ने UCC के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया था। इसी बीच संगठन के युवा मुस्लिम लड़कों ने हिन्दू विरोधी और भड़काऊ नारे लगाये।
हिन्दू-ईसाई अपने अंतिम संस्कार की तैयारी कर लें।
रैली में नारेबाजी के दौरान हिन्दुओं को धमकी दी गई कि उन्हें उनके मंदिरों के सामने ही फाँसी पर लटका दिया जाएगा और फिर ज़िंदा जला दिया जाएगा। भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अगर केरल में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की सरकार का ऐसे तत्वों को समर्थन नहीं रहता, तो इस तरह के नारे नहीं लगते। उन्होंने पूछा कि क्या केरल में हिन्दू और ईसाई सुरक्षित हैं? अपने वक्तव्य में उन्होंने आगे कहा कि कुछ ही महीनों पहले एक मुस्लिम बच्चे ने अपने पिता के कंधे पर चढ़ कर नारा लगाया था कि हिन्दू-ईसाई अपने अंतिम संस्कार की तैयारी कर लें।
अमित मालवीय ने आगे कहा कि केरल अब पूरी तरह कट्टरता की ओर अग्रसर है। ‘तुम्हें तुम्हारी मंदिरों में ही लटका देंगे’ और ‘तुम्हें जला देंगे’ जैसे नारों की निंदा करते हुए केरल भाजपा ने कहा कि राहुल गाँधी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। वहीं विवाद होने के बाद संगठन के जनरल सेक्रेटरी पीके फिरोज ने इसे संगठन की विचारधारा के खिलाफ बताते हुए एक सदस्य के निलंबन की घोषणा की। हालाँकि, रैली में कई लोग भड़काऊ नारेबाजी करते हुए देखा जा सकते हैं।
इस सम्बंध में हिन्दू नववर्ष यात्रा के संस्थापक मृत्युंजय कुमार का कहना है कि
हिन्दू विरोधी नारा लगाकर हिन्दूओं को निरंतर लालकारने का कार्य विधर्मियों द्वारा किया जा रहा हैं। भारत में हिन्दू विरोधी नारे लगना साधारण सी बात है। इससे राजनीतिक चमक आती है। और इसकी चमक तब और बढ़ जाती है जब यह नारे किसी गैर हिन्दू बहुल क्षेत्रों से आये, उन प्रदेशों में यह जैसे परंपरा बन गई है। प्रत्येक वर्ष योजनापूर्वक तरीके से किसी न किसी विधर्मी संगठन के द्वारा नये पंक्ति के साथ हिन्दू विरोधी नारा का एजेंडा पूरा किया जा रहा है। जितना हिन्दू समाज उद्वेलित होगा उतना उक्त विधर्मी संगठन को फंड मिलेगा। खैर ये कौन लोग हैं और इसके पीछे उनकी क्या मानसिकता हैं हिन्दू समाज बहुत अच्छे से समझता है। लेकिन हिन्दू भावना तो आहत होती हैं इसलिए ऐसे विधर्मीयो पर निरंतर कार्यवाई करते रहने कि आवश्यकता है।
मुसलमानों को धार्मिकता के आधार पर भारत के टुकड़े कर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्ला देश दे दिया गया है तो वे शांति पूर्वक रहें, फिर उन्हें और क्या चाहिए? बहु संख्यक हिन्दू अपने लिए बचे टुकड़े पर शांति से रहना चाहता है तो उसपर पर यह दादागिरी। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसका विरोध करते हैं। और ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
क्या है ‘मुस्लिम यूथ लीग’?
बता दें कि ‘मुस्लिम यूथ लीग’ संगठन इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) का यूथ विंग है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग केरल में कॉन्ग्रेस की गठबंधन साझीदार है। आपको बता दें कि वायनाड लोकसभा क्षेत्र से कॉंग्रेस नेता राहुल गाँधी ने जब चुनाव लड़ा था, तब IUML का समर्थन मिला था और इसके हरे रंग के चाँद-तारे वाले झंडों के साथ मुस्लिम कैडर सड़क पर भी उनके समर्थन में उतरे थे। यह संगठन विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का भी हिस्सा है।
Youth wing of the Indian Union Muslim League, an ally of the Congress, held a rally in Kerala’s Kasargode, and raised vile anti-Hindu slogans, threatening to hang them (Hindus) in front of Temples and burn them alive…
They wouldn’t have dared to go this far had the Pinarayi… pic.twitter.com/lFV5caJ18C
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 26, 2023