अतिथियों ने आयोजक संस्था व प्रतिभागियों की सराहना की
जमशेदपुर : विजुअल मिथ्स की ओर से लौहनगरी (होटल रमाडा) में पहली बार आयोजित तीन दिवसीय ‘रेडिएंट झारखंड’ मेगा प्रदर्शनी का शनिवार को समापन हो गया. समापन समारोह में मुख्य अतिथि जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो तथा विशिष्ठ अतिथि के रुप में समाजसेवी सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, सम्मानित अतिथि के रुप में करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मो. रियाज, अलकबीर पोलिटेक्निक के डॉ. वारिश इमाम तथा कुलदीप संस ज्वेलर्स के निदेशक सुनील वर्मा मौजूद रहे. समापन संबोधन में सांसद ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी आयोजित होने से लोगों को सरकार के विभिन्न विभागों एवं योजनाओं से अवगत होने का अवसर मिलता है.
रेडिएंट झारखंड की ओर से आयोजित तीन दिन की प्रदर्शनी से हजारो लोग लाभांवित हुए. इसके लिए उन्होंने आयोजक संस्था विजुअल मिथ्स तथा प्रतिभागी संस्थाओं को साधूवाद दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना को प्रदर्शनी ने साकार करने में कदम बढ़ाया है. कई स्टॉल पर जहां आधुनिक एवं विकसित भारत की झलक देखने को मिली. वहीं कई ऐसे स्टॉल लगाए गए थे. जहां पर युवाओं को सिखने एवं आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली. इससे पहले स्वागत संबोधन विजुअल मिथ्स की नीतू पाल गुप्ता ने किया. जबकि कार्यक्रम का संचालन उदय चंद्रवंशी ने किया. गौरतलब हो कि प्रदर्शनी की शुभारंभ 20 फरवरी को किया गया था.
Read More : झारखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी के. राजू का कोल्हान में आगमन, संगठन को मजबूत करने पर दिया जोर
बेस्ट स्टॉल को किया गया सम्मानित
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI), सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, बोस संस्थान, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI), राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला, परमाणु ऊर्जा विभाग, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL), लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI), भारतीय मानक ब्यूरो (BIS), CSIR-केंद्रीय खनन और ईंधन अनुसंधान संस्थान, CSIR- दक्षिण पूर्वी रेलवे, जन-औषधि, पौध किस्म और किसान अधिकार संरक्षण प्राधिकरण, जल शक्ति मंत्रालय, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित एवं विकास निगम (NSTFDC), खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC), कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA), जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (TRIFED), केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (CIPET), कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और आधार (UID).
कार्यक्रम के सफल बनाने में इनका रहा योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्योतिका खुराना, विशाल मालिक, विनोद कुमार, संतोष पवार, अमीषा सक्सेना, आदिती सक्सेना, अनिशा यादव, मोहम्मद अफजल, दत्ता थोरे, किंजल गांधी ने महत्वपूर्ण योगदान किया.