तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर प्रधानमंत्री ने राष्ट्र सर्वोपरि की भावना को प्रबल किया है। किसान आंदोलन के खत्म होने से डेढ वर्षो से बाधित हुए रास्तों में पुनः आवागमन प्रारंभ होगा और आंदोलन से प्रभावित उद्योगों और व्यापार में रौनक लौटेगी।

आंदोलन में शहीद हुए किसानों की विनम्र श्रद्धांजलि।

– आकाश शाह,

Jamshedpur : शुक्रवार 19 नवम्बर, 2021

गुरुपर्व के पवित्र अवसर पर कृषि कानूनों को वापस लेने के केंद्र सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है। लगभग एक वर्ष से अधिक समय से आंदोलनरत किसानों के आंदोलन का सम्मानपूर्वक समापन हुआ है। आंदोलन के कारण प्रभावित हुए देश की प्रमुख सड़क मार्गों पर पुनः आवागमन प्रारंभ होगा और उद्योग, व्यापार में रौनक लौटेगी।

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इस अवसर पर जमशेदपुर विधायक सरयू राय के प्रतिनिधि आकाश शाह (व्यवसायी मामला) ने कहा कि – 

देश के प्रधानमंत्री ने पुनः एक बार देशवासियों के प्रति अपने सच्चे समपर्ण और त्याग के भाव को दर्शाया है। उन्होंने स्वयं इस कानून  को निरस्त करने की घोषणा कर राष्ट्र सर्वोपरि के भावना को प्रबल किया है। इसे सरकार की हार और किसानों की जीत के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। 

वहीं उन्होंने आगे कहा – 

देश में विकास की गति को रफतार देने के लिए लोकसभा में नए कानून लाए जातें हैं किंतु परस्पर संवाद एवं सभी वर्गो के हितों को ध्यान में रखते हुए ही उन्हें पारित करना चाहिए। देश के अन्नदाता किसान भाइयों के उन्नति एवं विकास के लिए सभी को मिलकर साझा और सकारात्मक प्रयास करना चाहिए। किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की विनम्र श्रद्धांजलि।

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