चक्रधरपुर (जय कुमार ) : रबिन्द्र गिलुवा को जैसे ही पता चला कि रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर में एक महिला को आपातकालीन स्थिति में AB+ रक्त की जरूरत है। जिनकी हेमोग्लोबिन 5.0 है। एक नु लाइफ हॉस्पिटल चक्रधरपुर में एक छोटे बच्चे को भी AB+ रक्त की ही आपातकालीन स्थिति में ही जरुरत हो रही थी।
हमारे सभी साथियों का एक सिद्धांत है कि “अगर आप का ब्लड डोनेट के 3 महीने पूरे हुए और आप उपस्थित हो सकते हैं ब्लड डोनेट करने के लिए तो खुद जा कर दे देना है।”इसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए और आपातकालीन स्थिति को देखते हुए डोनेट ब्लड के संस्थापक रबिन्द्र गिलुवा खुद रक्तदान करने का निश्चय किए एवं कुशाल माझी से संपर्क स्थापित किए। तत्पश्चात ब्लड बैंक चाईबासा जा कर रक्तदान किए और ब्लड ला कर उस जरूरतमंद महिला एवं बच्चे को मुहैया कराये।
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