टाटा स्टील ने फर्नेस ऑयल की जगह क्लीनर फ्यूल अपनाया, भारत के फेरोक्रोम उद्योग में पहली पहल

  • बीपीसीएल टाटा स्टील के फेरो एलॉयज प्लांट को पीएनजी की आपूर्ति करेगा
  • सतत समाधान की दिशा में अग्रणी कदम

भुवनेश्वर : पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए, टाटा स्टील ने ओडिशा के जाजपुर जिले में स्थित अपने फेरो एलॉयज प्लांट (एफएपी) में फर्नेस ऑयल की जगह पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) का उपयोग शुरू किया है।

यह सतत पहल, जो भारत के फेरोक्रोम उद्योग में अपनी तरह की पहली है, टाटा स्टील को कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी लाने में मदद करेगी और देश के हरित औद्योगिक भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

टाटा स्टील के फेरो एलॉयज और मिनरल्स डिवीजन (एफएएमडी) के तहत संचालित इस प्लांट में पीएनजी फैसिलिटी स्थापित की गई है। अब यह प्लांट क्रोम अयस्क के प्रीहीटिंग के लिए क्लीनर फ्यूल का उपयोग करेगा, जिसे क्रोम अयस्क ब्रिकेट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

यह सुविधा टाटा स्टील को फर्नेस ऑयल की जगह पूरी तरह प्राकृतिक गैस अपनाने में सक्षम बनाएगी, जो क्लीनर और अधिक सतत औद्योगिक संचालन की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी कदम है।

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पीएनजी सुविधा का उद्घाटन करते हुए, पंकज सतीजा, एग्जीक्यूटिव-इन-चार्ज, एफएएमडी, ने कहा, “प्राकृतिक गैस फर्नेस ऑयल की तुलना में कहीं अधिक स्वच्छ रूप से जलती है और विशेष रूप से फर्नेस ऑयल में मौजूद उच्च सल्फर सामग्री के कारण होने वाले हानिकारक उत्सर्जन को काफी कम करती है। फर्नेस ऑयल को पीएनजी से बदलकर, हम न केवल ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को कम करने में योगदान दे रहे हैं, बल्कि कम कार्बन फुटप्रिंट वाले ऊर्जा विकल्पों की ओर भी बढ़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य एक स्वच्छ, हरित और अधिक सतत् भविष्य सुनिश्चित करना है, और इस दिशा में हमारी प्रतिबद्धता अटूट रहेगी।”

टाटा स्टील ने सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी तेल और गैस कंपनी, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे ताकि पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत, बीपीसीएल निर्धारित मात्रा में प्राकृतिक गैस को अपनी पाइपलाइन के माध्यम से फेरो एलॉयज प्लांट तक पहुंचाएगा। यह बदलाव न केवल प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट को काफी हद तक कम करेगा, बल्कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भी कमी लाएगा, जिससे टाटा स्टील की सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता और मजबूत होगी।

एफएपी जाजपुर में आयोजित उद्घाटन समारोह में बीडी नंदा (चीफ-ऑपरेशंस, एफएपी जाजपुर, एफएपी गोपालपुर, एफएपी आथागढ़), आलोक कुमार पांडा (हेड, एफएपी जाजपुर), गणेश मिश्रा (हेड, ह्यूमन रिसोर्स बिजनेस पार्टनर, एफएएमडी), रवनीत सिंह (टेरीटरी मैनेजर, गैस), राजेश नायक (एसोसिएट इंजीनियर) और अस्मान सामल (एक्जीक्यूटिव, बीपीसीएल, ओडिशा) सहित टाटा स्टील के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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