ज्योति अग्रवाल हत्याकांड का उद्भेदन 72 घंटे में हो- सिंहभूम चैम्बर। ज्योति अग्रवाल के हत्या के विरोध में मुखर हुआ सिंहभूम चैम्बर।
जमशेदपुर: कल जमशेदपुर के व्यापारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल की सरेआम गोली मारकर हत्या से शहर के व्यापारिक हलको में रोष एवं भय का माहौल है। इस लोमहर्षक घटना के विरोध में जमशेदुपर के व्यवसायियों एवं उधमियों की एक बैठक सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तत्वावधान में चैमबर भवन में संपन्न हुई जिसमें उपस्थित लोगों ने इस घटना की तीव्र निंदा की। बैठक को संबोधित करते हुये सिंहभूम चैम्बर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि यह घटना जमशेदपुर के व्यवसायिक माहौल के लिये न सिर्फ एक शर्मनाक घटना है अपितु जिला प्रशासन के लिये चुनौती भी है।
उन्होंने कहा कि व्यवसायी रवि अग्रवाल को एक माह पूर्व रंगदारी का पत्र मिला था जिसकी सूचना उन्होंने सीतारामडेरा थाना में दी थी। यदि समय रहते संबंधित पुलिस पदाधिकारियों द्वारा संज्ञान लिया जाता तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि व्यापारी रवि अग्रवाल ने रंगदारी की घटना के संदर्भ में सिंहभूम चैम्बर के पदाधिकारियों को कभी कोई जानकारी नहीं दी। यदि समय रहते सिंहभूम चैम्बर के संज्ञान में ये बातें आती तो शायद इस अप्रिय वारदात से बचा जा सकता था। उन्होंने व्यापारियों ने आग्रह किया कि ऐसी घटना किसी भी व्यापारी के साथ घटे तो सिंहभूम चैम्बर को इससे जरूर अवगत करायें। सिंहभूम चैम्बर पहले भी व्यापारियों के साथ खड़ा था, आज भी खड़ा है और कल भी खड़ा रहेगा।
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बैठक में उपस्थित सभी व्यापारियों के सुझाव पर जिला प्रशासन से यह मांग की गई कि 72 घंटों के अंदर इस हत्याकांड का उद्भेदन हो एवं इसमें शामिल अपराधियों को गिरफ्तार किया जाय।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्षों मुरलीधर केडिया, निर्मल काबरा, उमेश कांवटिया, अशोक भालोटिया, चैम्बर उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी ने भी बैठक को संबोधित करते हुये अपना रोष प्रकट किया और मामले का जल्द से जल्द उद्भेदन करते हुये संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की। बैठक के पश्चातृ चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल ने सूबे के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता जी, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम अनन्य मित्तल, भा.प्र.से, एवं वरीय आरक्षी अधीक्षक किशोर कौशल, भापु.से. से मिलकर ज्ञापन दिया एवं हत्याकांड का 72 घंटे के अंदर उद्भेदन कर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की।
आज की बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के 200 व्यापारी उपस्थित थे जिनमें प्रमुख रूप से सचिव भरत मकानी, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, विनोद शर्मा, कोषाध्यक्ष अनिल रिंगसिया, सीए मनीष केडिया, सुमन नागेलिया, उमेश खीरवाल, रमाकांत गुप्ता, ओमप्रकाश मूनका, पवन नरेडी, सीए जगदीश खंडेलवाल, सौरव संघी, नवल किशोर वर्णवाल, राजेश अग्रवाल, आनंद चौधरी, हेमेन्द्र जैन, अशोक सारश्वत, विमल केवलका, कमलकिशोर लढ्ढा, विनोद अग्रवाल, महेश संघी, कृष्णा अग्रवाल, के अलावा व्यापारी एवं उद्यमीगण उपस्थित थे।
संक्षेप में जानें :
ज्योति अग्रवाल हत्याकांड: सिंहभूम चैम्बर ने 72 घंटे में उद्भेदन की मांग
30 मार्च, 2024 को जमशेदपुर में ज्योति अग्रवाल की हत्या के विरोध में सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने बैठक आयोजित की। बैठक में निम्नलिखित मुख्य बिंदु उभरे:
- हत्या की निंदा: चैम्बर ने ज्योति अग्रवाल की हत्या की तीव्र निंदा की और इसे जमशेदपुर के व्यापारिक माहौल के लिए शर्मनाक घटना बताया।
- प्रशासन से मांग: चैम्बर ने जिला प्रशासन से 72 घंटे के अंदर हत्याकांड का उद्भेदन करने और अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
- रंगदारी का मामला: चैम्बर ने कहा कि मृतक के पति रवि अग्रवाल को एक माह पहले रंगदारी का पत्र मिला था, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी थी।
- चैम्बर का आश्वासन: चैम्बर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि वह हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा और ऐसी घटनाओं से उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
बैठक के बाद चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, उपायुक्त अनन्य मित्तल और एसएसपी किशोर कौशल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
उपस्थित लोग: बैठक में 200 से अधिक व्यापारी उपस्थित थे, जिनमें चैम्बर के पदाधिकारी, पूर्व अध्यक्ष, सचिव, अधिवक्ता, व्यापारी और उद्यमी शामिल थे।
अगली कार्रवाई: चैम्बर ने कहा कि वह इस मामले पर नजर रखेगा और यदि प्रशासन ने 72 घंटे के अंदर हत्याकांड का उद्भेदन नहीं किया तो वह आगे की कार्रवाई करेगा।
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