जमशेदपुर | झारखण्ड
दिनांक 20/1/24 को रिटायर्ड शिक्षिका रफत शकीला की तबियत अचानक से खराब होने लगी तभी परिवार के सदस्य उन्हें लेकर तुरंत अस्पताल के लिए घर से निकले लेकिन रास्ते में मानगो पूल पर भारी जाम लगने की वजह से उनकी गाड़ी 15 मिनट तक वही फसी रह गई जैसे ही जाम खुला उन्हे तुरंत टीएमएच हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक जांचोपरांत डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उस समय उनकी बहन नुसरत उनके साथ थी।
बता दें की रफत शकीला टाटा स्कूल गोलमुरी में कार्यरत थी और रिटायरमेंट के बाद अपने पति एडवोकेट अब्दुल वहीद सिद्दीकी, एक बेटी शाइस्ता रफत और तीन बेटों तारिक सिद्दीकी, आरिफ सिद्दीकी, दानिश सिद्दीकी के साथ बगानशाही के जवाहरनगर मध्य विद्यालय के पीछे अपने निवास पे रहती थी। उनके सभी बच्चों की शादी हो चुकी थी और वह सभी अपने परिवार संग रहते हैं।
इस खबर को सुन कर उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई शिक्षा के जगत में भी काफी शोक का माहौल है। रफत शकीला के जनाज़े की नमाज़ उनके बेटों के सऊदी से आने के बाद सोमवार को होगी। इस खबर को सुन कर उनके सारे परिवार आस पास के लोग, जान पहचान वाले उनके भाई मतीन तारिक एवं सभी रिश्तेदार एक साथ एकत्रित हुए। रफत शकीला की उम्र लगभग 73 वर्ष थी और वह काफी समय से दिल की मरीज भी थी।
इस शोक की खराब को सुन कर मुख्तार आलम खान, इरफान तारिक, मोहम्मद जलिल, मतीन तारिक, मोहम्मद मुख्तार, मोहम्मद फिरोज खान, अब्दुल हाय खान एवं मोइन तारिक गहरे दुःख का इजहार किया।