जमशेदपुर | झारखण्ड
युगांतर भारती, स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट और जनसुविधा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नदी पूजन कर स्वर्णरेखा महोत्सव मनाया गया। मौके पर विशेष तौर पर पर्यावरणविद् और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय शामिल हुए। सोनारी, दोमुहानी स्थित नदी तट पर जनसुविधा ट्रस्ट के सहयोग से मुकुल मिश्रा के देखरेख में जबकि भुईयांडीह के पांडेय घाट पर मनोज सिंह उज्जैन और बारीडीह स्थित भोजपुर घाट पर विजय नारायण सिंह की देखरेख में नदी पूजन किया गया। पूजन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ट्रस्ट के सदस्यों और पर्यावरण पे्रमियों ने पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। सबों ने नदी तट पर पंडित के मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया और आरती के साथ पूजन का कार्यक्रम संपन्न किया।
पूजन के पश्चात विधायक सरयू राय ने बताया कि यह स्वर्णरेखा महोत्सव का 19वां वर्षगांठ है। विगत 18 वर्षों से युगांतर भारती और स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नदी पूजन कर स्वर्णरेखा महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वर्णरेखा नदी की सफाई के लिए ट्रस्ट की ओर से निरंतर प्रयास किया जाता रहा है। इस दिशा में कई कार्य हुए हैं परंतु अभी भी लोगों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। नदी को साफ सुथरा रखने के लिए, आम जनता में जागरूकता लाने के लिए हम लोग यह महोत्सव मनाते हैं।
नदी पूजन कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के ट्रस्टी अशोक गोयल, सुबोध श्रीवास्तव, ललन द्विवेदी, अजय सिन्हा, सुर रंजन राय, बृज किशार पंडित, काजल चैधरी, सर्वेश अधिकारी, श्याम रंजन मंडल, लक्ष्मीनाराण तिवारी, सियाराम ओझा, संजीव आचार्य, कुलविंदर सिंह पन्नु, एस पी सिंह, धर्मेंद्र प्रसाद, मंजू सिंह, अमित शर्मा, प्रकाश कोया, राजेश प्रसाद, नीरू सिंह, चुन्नू भूमिज, राघवेंद्र प्रताप सिंह, विनोद यादव, बंदना नामता, किरण सिंह, प्रवीण सिंह, विजय सिंह, पुतुल सिंह, उत्तम कुमार, विजय सिंह, महेन्द्र यादव, नरेश बागती, रंजन कुमार, राकेश सिंह, अमन मिश्रा, बाबू, शंकर राय, कैलाश कुमार, सोनू पुष्टि, विशाल सिंह, उत्तम कुमार, सौरभ प्रसाद, विकास गुप्ता, रौशन लाल नंदिता गागराई, गोल्डन पाण्डेय, सिम्मी कच्छप, राजन राजपूत, सीता सिंह, गीता कुंडू, लक्ष्मी सरकार, देव कुमार, अनंत ठाकुर, अतुल सिंह, लालू सिंह, लाली दीक्षित, रूपेश राय, प्रमोद कुमार, निर्भय सिंह, अनिल कुमार, भगत जी, अंजना भट्टाचार्य, आशा देवी, सुजय कुमार, मनोज साहू, नीरज साहू के साथ ही बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता एवं गणमान्य शामिल थे।