जमशेदपुर : महिला विश्वविद्यालय की इग्नू बी.एड प्रोग्राम की कार्यशाला के तीसरे दिन इग्नू की समन्वयक डॉ. त्रिपुरा झा ने प्रार्थना सभा के साथ प्रथम सत्र में चारों सत्र का विषय प्रवेश कराते हुए उन्हें पाठ योजना के 5 ई मॉडल के महत्व एवं उपयोग पर संक्षेप में प्रकाश डाला।
प्रथम सत्र की विशेषज्ञ कोल्हान विश्वविद्यालय की एम.एड की विभागाध्यक्ष डॉ. सुचित्रा बेहरा ने पी.पी.टी द्वारा ‘5 ई प्रतिमान के उपागम’ की विस्तार से चर्चा की। शिक्षार्थियों को सत्र के पश्चात एक शीर्षक पर पाठ योजना विकास के कार्य दिए गए।
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द्वितीय सत्र में जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में सहायक प्राध्यापक श्री अजीत कुमार दुबे ने ‘शिक्षण अधिगम में आई.सी.टी संसाधनों का एकीकरण की प्रक्रिया और उपयोग’ पर पी.पी.टी द्वारा शिक्षार्थियों को जागरूक किया गया।
तृतीय एवं चतुर्थ सत्र के संसाधन सेवी कोल्हान विश्वविद्यालय के डॉ. मनोज कुमार ने शिक्षण अधिगम के लिए श्रव्य-दृश्य कार्यक्रमों के निर्माण एवं शैक्षणिक उपयोग हेतु श्रव्य दृश्य घटक संरचित करने और विकसित करने के गुण बताए।
अंतिम सत्र में अधिगम संसाधनों को विकसित करने हेतु शिक्षार्थियों को जागरुक करते हुए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री का अधिगम संसाधन के रूप में उपयोग की विस्तृत जानकारी पी.पी.टी के माध्यम से दी।
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कार्यशाला को सफल बनाने में नेहा सुरुचि मिंज, प्रभाकर राव और उपेंद्र शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का सत्रावसान हुआ। कार्यशाला में शिक्षक, छात्राएं, छात्र, संसाधन सेवी उपस्थित रहे।