जमशेदपुर, 9 दिसंबर 2024: शहर के सम्मानित वरिष्ठ नागरिक और प्रमुख नेत्र और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. इंद्र मोहन प्रसाद का आज उनके जमशेदपुर स्थित घर में निधन हो गया। वे 1991 में एम. जी. एम. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।
डॉ. प्रसाद ने अपने करियर में न केवल चिकित्सा के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया, बल्कि समाज के गरीब वर्ग के लिए अपनी सेवा के लिए भी प्रसिद्ध थे। उन्होंने विशेष रूप से मुफ्त मोतियाबिंद सर्जरी सहित मुफ्त चिकित्सा सेवा प्रदान की, जिससे उन्होंने कई जरूरतमंदों का जीवन बेहतर बनाया। वे भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) जमशेदपुर और जमशेदपुर नेत्र रोग सोसायटी के संरक्षक भी थे।
यह भी पढ़ें : माननीय मंत्री दीपक बिरुवा ने “हो” भाषा में ली शपथ
एक उत्साही खेल प्रेमी और समाजसेवी के रूप में डॉ. प्रसाद ने अपने जीवन को हमेशा समाज की सेवा में समर्पित किया। उनके निधन से पूरे शहर में शोक की लहर है।
वे अपने पीछे पत्नी डॉ. वीणा प्रसाद, जो पूर्व में एम. जी. एम. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्त्री रोग विभाग की प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष थीं, एक बेटा, दो बेटियां और कई पोते-पोतियां छोड़ गए हैं। उनके योगदान और यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।