New Delhi : शनिवार 08 जनवरी, 2022
आज भारतीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने साढ़े तीन बजे घोषणा करते हुए बताया कि भारत के पांच राज्यों में चुनाव किये जाने हैं जिनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में मतदान किया जाएगा जो कि 10 फरवरी से 7 मार्च तक चलेगा। वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को मतदान होगा। मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान किया जाएगा। वहीं 10 मार्च को सभी राज्यों के मतदान का रिजल्ट बताया जाएगा।
5 राज्यों में होने जा रहे चुनावी तालिका
राज्य – मतदान तिथि – कुल सीट/बहुमत
उत्तर प्रदेश – 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च –
403 / 202
उत्तराखंड – 14 फरवरी – 70 / 36
पंजाब – 14 फरवरी – 117 / 59
गोवा – 14 फरवरी – 40 / 21
मणिपुर – 27 फरवरी और 3 मार्च – 60 / 31
आइये अब बात उन 5 राज्यों की करते हैं जहां चुनाव होने जा रहे हैं। सबसे पहले हम उत्तर प्रदेश की बात करते हैं। यह भारत का एक बड़ा राज्य है, इसकी जनसंख्या भी अधिक है। उत्तर प्रदेश में 403 सीटों के लिए कुल 7 चरणों में मतदान किया जाएगा। पिछली बार यहां भाजपा 325 सीटें लाकर सरकार बनाई और योगी जी मुख्यमंत्री बनाये गए। इसबार भी लगता है योगी जी को भारी बहुमत मिलेगी। उनके कार्यों से उत्तर प्रदेश की जनता खाफी खुश नजर आ रही है। फिलहाल अभी बस अनुमान लगाया जा सकता है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुल 7 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। मतदान 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को होंगे।
पंजाब, उत्तराखंड और गोवा का चुनाव एक चरण में एवं केवल 14 फरवरी को वोटिंग होगी। मणिपुर में चुनाव दो चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को होंगे।
खास है इसबार का चुनाव क्योंकि चुनाव के वक्त किसी भी तरह की धांधली देंखे जाने पर मतदाता सी- विजिल (cVIGIL) ऐप पर शिकायत कर सकते हैं। इस शिकायत को गुप्त रखते हुए चुनाव आयोग तत्काल एक्शन लेगा।
ओमिकॉर्न वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार मतदान के नियमों में बदलाव किया है। 15 जनवरी के बाद कोरोना के हालात का रिव्यू किया जाएगा। उसके बाद ही रैलियों व जन – सभाओं पर फैसला लिया जाएगा। यदि रैलियों अथवा जन सभाओं की इजाजत दी गई तो भी इसमें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
15 जनवरी तक कोई विजय जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। वर्चुअल रैली और डोर टू डोर प्रचार करने की इजाजत दी गई है। वहीं प्रचार में केवल 5 लोग ही जा सकेंगे। प्रत्येक रैली से पहले उम्मीदवार से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने का शपथ-पत्र लिया जाएगा। सभी दलों और प्रत्याशियों को हेट स्पीच, फेक न्यूज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा और इसकी निगरानी भी करनी होगी। कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। प्रत्याशियों को ऑनलाइन नॉमिनेशन की सुविधा दी जाएगी।
कोरोना संक्रमित लोगों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा। सीनियर सिटिजंस और दिव्यांगों के लिए डोर स्टेप वोटिंग की सुविधा। महिला मतदाताओं को बढ़ावा देने के लिए हर विधानसभा में कम से कम एक पोलिंग बूथ को एक्सक्लूसिवली महिलाएं ही मैनेज करेंगी। इसबार 16% पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। जबकि 2.15 लाख से अधिक पोलिंग स्टेशन बने हैं। कोविड के कारण इसबार एक पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी गई है।
बूथ में सभी चुनावकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी जरूरी होगी। सभी पोलिंग स्टेशन पर सैनिटाइजर्स, मास्क और थर्मल स्कैनर की सुविधा होगी। बिना मास्क के मतदान देने नहीं दिया जाएगा।
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