Chandil : शनिवार 03 दिसम्बर, 2022
आज दिनांक 3 दिसंबर 2022 दिन शनिवार को चांडिल गोल चक्कर स्थित खुदीराम बोस चौक में शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के बैनर तले देश के पुष्प शहीद खुदीराम बोस का 133 वा जन्म जयंती के अवसर पर माल्यार्पण, सांस्कृतिक व सभा का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में सबसे पहले शहीद खुदीराम बोस की तस्वीर पर स्मारक समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा जी ने माल्यार्पण किया, फिर स्मारक समिति के सचिव आशु देव महतो, रूदिया पंचायत के मुखिया सुबोधनी माहली, ने तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। उसके बाद बारी-बारी से शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के सदस्य बारी बारी से पुष्प अर्पित किए।
कार्यक्रम मे सभा को संबोधित करते हुए शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के संरक्षक ज्योति लाल महाली ने कहा आज खुदीराम बोस के विचारों को गांव शहर में सभी छात्र नौजवानों के बीच पहुंचाना जरूरी है। खुदीराम जैसे महान मनीषी जो मात्र 17 साल के उम्र में अंग्रेजों ने फांसी दिया।
साथ ही 3 साल पहले खुदीराम बोस के शहादत दिवस 11 अगस्त 2019 को खुदीराम बोस चौक पर स्मारक समिति की ओर से प्रशासन व अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति लेकर मूर्ति स्थापना व उदघाटन किया गया था। उसी दिन प्रशासन द्वारा उनके शहादत दिवस के दिन ही मूर्ति को उखड़ कर जप्त किया गया, खुदीराम बोस को अपमान किया गया। इस पर खुदीराम बोस स्मारक समिति कड़ी निंदा करती है।
3 वर्ष बीत गए फिर भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्मारक समिति मांग करती है, कि जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई किया जाए। तथा स-सम्मानित रूप से पुन: उसी स्थान पर खुदीराम बोस का मूर्ति स्थापित किया जाए। सरकार इस पर कोई कार्रवाई अगर नहीं करती है, तो मजबूरन खुदीराम बोस स्मारक समिति आंदोलन करने में बाध्य होगी।
साथ ही इस कार्यक्रम में उपस्थित स्मारक समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा सचिव आशुदेव महतो, सदस्य अनंत महतो, ने भी बात रखी। गीत मंडली द्वारा क्रांतिकारी गीत प्रस्तुति हुई, एवम् कार्यक्रम का संचालन हराधन महतो ने किया।
उपस्थित खुदीराम बोस स्मारक समिति के सदस्य गण समिति के अध्यक्ष- मनोज वर्मा, सचिव- आशुदेव महतो, संरक्षक- ज्योति लाल महाली, रूदिया पंचायत के मुखिया सुबोधनी माहली। समिति के सदस्य , अनंत कुमार महतो, भुजंग मछुआ, अनुराधा महतो, दुखनी मांझी, हाराधन महतो, उदय तंतुबाई, प्रभात महतो, राजा प्रमाणिक, विश्वेश्वर महतो, सागुण हंसदा, ठाकुर सोरेन आदि उपस्थित थे।