जमशेदपुर : झारखंड आंदोलन के नेता और झारखंड युवा मोर्चा के पूर्व केंद्रीय महासचिव तथा झामुमो के पूर्व केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य और वर्तमान में कुड़मी सेना के केंद्रीय महासचिव अरविंद कुमार ने मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चंपई दा के बारे में दिए गए विनोदी बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने मंत्री के बयान की तीखी आलोचना की है और कहा है कि मंत्री बन्ना गुप्ता को सोच समझकर बयान देना चाहिए, कुछ भी बोलने से पहले उन्हें अपने अंतर्मन में झांकना चाहिए।
वे खुद कई दलों को धोखा देकर दलबदलू की उपाधि से विभूषित हो चुके हैं और यूपी से झारखंड आकर अरबों रुपये की संपत्ति अर्जित कर चुके हैं और आज भी अवसरवादियों की सूची में शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस पार्टी का एहसान भूलकर भाजपा में शामिल होने से नहीं हिचकेंगे।
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श्री कुमार ने कहा कि मंत्री बन्ना जी को यह भी बताना चाहिए कि अगर चंपई सोरेन विभीषण हैं तो राम और रावण कौन हैं? पहले उन्हें अपने बारे में बताना चाहिए कि वह राम राज्य के मंत्री हैं या रावण राज्य के या फिर वह खुद मीरजाफर हैं, पहले यह स्पष्ट करें।
गौरतलब है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कुछ दिन पहले सार्वजनिक मंच पर एक पत्र के माध्यम से अपने दिल की पीड़ा व्यक्त की थी, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने चंपई सोरेन को विभीषण बताया था। जबकि बन्ना गुप्ता सीएम रहते हुए चंपई दा की कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके थे। ऐसे में इस तरह का बयान देना मंत्री बन्ना गुप्ता की ओछी मानसिकता को दर्शाता है।
झारखंड आंदोलन के नेता अरविंद कुमार ने कहा कि चंपई दा ने अभी तक मंत्री पद और झामुमो पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है और जब तक उनकी ओर से कोई इस्तीफा नहीं आता है, तब तक वह झामुमो पार्टी में ही रहेंगे।
मंत्री बन्ना गुप्ता के उक्त बयान की मीडिया में काफी चर्चा हुई थी, लेकिन अब बन्ना गुप्ता अपने बयान से किनारा करते नजर आ रहे हैं। अरविंद कुमार ने कहा कि चंपई दा उनके बड़े भाई जैसे हैं और वे 1982 से एक साथ राजनीति में हैं। अरविंद कुमार ने कहा कि राम और रावण कौन हैं? मीरजाफर बने मंत्री बन्ना गुप्ता को बताना चाहिए।