झारखंड
घाटशिला FIR मामले में रोशन लाल गुप्ता ‘लापता’, पुलिस पर गंभीर आरोप – सरयू राय

- विधायक सरयू राय ने उठाए गंभीर सवाल – घाटशिला FIR मामले में रोशन लाल गुप्ता ‘लापता’, पुलिस पर गंभीर आरोप
📍 जमशेदपुर/घाटशिला :जमशेदपुर पश्चिम के विधायक श्री सरयू राय ने एक अहम बयान जारी कर घाटशिला जिला पार्षद कर्ण सिंह पर एफआईआर दर्ज कराने वाले रोशन लाल गुप्ता की कथित ‘गुमशुदगी’ पर गहरी चिंता व्यक्त की है। विधायक सरयू राय के अनुसार, रोशन लाल गुप्ता सुबह उनके आवास पर आए थे और घाटशिला थाना जाकर मामले में सुलह करने की बात कहकर निकले थे। लेकिन अब उनका मोबाइल बंद है और उनका कोई अता-पता नहीं है।
❗ प्रमुख बिंदु:
- रोशन लाल गुप्ता ने कर्ण सिंह पर एफआईआर दर्ज कराई थी
- सुलह की मंशा से वे सुबह घाटशिला थाना गए थे
- पुलिस ने गाड़ी में बैठाकर उन्हें कहीं और भेजा
- तब से गुप्ता ‘लापता’, मोबाइल बंद
- परिजन और मित्र परेशान
- विधायक ने SSP को दी सूचना और माँगी जवाबदेही
🗣️ सरयू राय का बयान:
“आज सुबह करीब आठ बजे श्री रोशन लाल गुप्ता मेरे आवास पर आए थे। उन्होंने बताया कि कर्ण सिंह से उनका पुराना परिचय है और वे मामले को आगे बढ़ाने के बजाय सुलह करना चाहते हैं। वे खुद गाड़ी चलाकर घाटशिला थाना गए। वहां जैसे ही उन्होंने सुलह की बात की, पुलिस इंस्पेक्टर के निर्देश पर एक अधिकारी उन्हें गाड़ी में बैठाकर कहीं और ले गया। इसके बाद से वे लापता हैं।”
📞 विधायक ने किया SSP को कॉल
विधायक ने बताया कि उन्होंने पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) को फोन कर रोशन लाल गुप्ता की स्थिति की जानकारी ली।
“मैंने SSP से पूछा कि श्री गुप्ता कहां हैं? परिजन और मित्र चिंतित हैं। उनकी गाड़ी कहां है, जिसमें वे सुबह निकले थे? SSP ने जांच कर जानकारी देने का आश्वासन दिया है।”
🚨 परिवार और मित्रों में बढ़ी बेचैनी
विधायक के अनुसार, गुप्ता के परिजन और मित्र बेहद परेशान हैं।
“उनका मोबाइल बंद है। कोई सूचना नहीं कि वे कहां हैं और किस स्थिति में हैं। यह एक चिंताजनक और अस्वस्थ पुलिस व्यवहार का संकेत है।”
⚠️ पुलिस पर गहरी साज़िश का आरोप
विधायक सरयू राय ने इस पूरे प्रकरण पर गहरी नाराज़गी जताते हुए कहा:
“घाटशिला पुलिस का यह कृत्य निंदनीय है। लगता है कि जिला पार्षद कर्ण सिंह को जेल से बचाने और सुलह नहीं होने देने के पीछे कोई गहरी साज़िश चल रही है। यह स्वस्थ लोकतंत्र और कानून व्यवस्था के विपरीत है।”
📢 अब सभी की निगाहें पूर्वी सिंहभूम पुलिस पर टिकी हैं – क्या रोशन लाल गुप्ता सुरक्षित हैं? उन्हें कहां और क्यों ले जाया गया? पुलिस की भूमिका पर उठे सवालों का जवाब जनता को चाहिए।