गोड्डा : भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ सह समाजसेवी संस्था IPTA की एक महत्वपूर्ण बैठक गोड्डा में माननीय सूरदास की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में संगठन के विस्तार और मजबूती पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही, आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन पर भी गहन चर्चा की गई, जो बिहार में आयोजित होने वाला है।
बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. परमानंद मोदी ने गोड्डा जिले के सभी निजी शिक्षकों को संगठन से अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संगठन की एकजुटता और मजबूती से ही राज्य और केंद्र सरकार तक हमारी आवाज़ प्रभावी ढंग से पहुंचाई जा सकती है।
मुख्य मांगें एवं प्रस्ताव:
- शिक्षक सम्मान योजना को शीघ्र लागू करने की मांग।
- निजी शिक्षकों के लिए संविधान में अलग से एक्ट बनाने की अपील।
- झारखंड सरकार और केंद्र सरकार से निजी शिक्षकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की गुहार।
बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालयों से अनुरोध किया गया कि वे 50 लाख से अधिक निजी शिक्षकों को उचित सम्मान और अधिकार दिलाने हेतु आवश्यक कदम उठाएं।
इस अवसर पर जुगल किशोर, नरेश प्रसाद, संजय गुप्ता, अरविंद प्रसाद, उदय कुमार सिंह और उमेश प्रसाद ने संगठन की मजबूती और निजी शिक्षकों के हक के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
मंत्री से औपचारिक मुलाकात:
बैठक के दौरान संगठन की विचारधारा को सुनने और समर्थन देने के लिए झारखंड के श्रम नियोजन एवं उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव के सुपुत्र रजनीश यादव भी उपस्थित रहे। उन्होंने संगठन की मांगों की सराहना की और कहा कि वे इसे उचित मंच तक पहुंचाने में सहयोग करेंगे। उनकी आवासीय बैठक में IPTA प्रतिनिधियों ने औपचारिक रूप से अपनी बातें रखीं।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने एकजुट होकर निजी शिक्षकों के अधिकारों और सम्मान के लिए निरंतर संघर्ष करने का संकल्प लिया। संगठन ने घोषणा की कि आने वाले समय में इसे और बड़े स्तर पर उठाया जाएगा ताकि सरकारें इस पर शीघ्र कार्रवाई करें।