Connect with us

स्वास्थ्य

गले की बीमारी हो या हकलाना – तोतलाना, दूर करें सिंहासन।

Published

on

THE NEWS FRAME
सिंहासन

इस आसन से डर और भय दूर होता है। चेहरे की सभी मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है जिससे चेहरे में चमक बढ़ती है। पैरों को बहुत लाभ मिलता है। पैर शक्तिशाली होते हैं। गर्दन और गला संबंधित रोग दूर होते हैं। 

सिंहासन : यह एक सरल आसन है जिसे किसी भी उम्र के लोग बड़ी आसानी से कर सकते हैं। महिला और पुरुष दोनों के लिए लाभकारी आसान है। इसे करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों को क्रॉस करके मोड़ते हुए इस प्रकार बैठे के बाएं पैर का तलवा दाएं नितंब के नीचे और दाएं पैर का तलवा बाएं नितंब के नीचे जम जाए।

अब दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर इस प्रकार रखें कि दोनों हाथों की हथेलियां उल्टी दिशा में हो यानी उंगलियाँ आपके कमर की दिशा में  मुड़ी हो। पेट को अंदर की ओर करें। पीठ को सीधा रखते हुए छाती को बाहर की ओर फुला कर रखें। सांस ले भी सकते हैं या रोके भी रख सकते हैं। आंखों को बड़ा करके जीभ बाहर निकाले। हो सके तो जीभ को बाहर खींच कर ठोढ़ी पर लगाने का प्रयास करें। इस स्थिति में थक जाने के बाद पैरों की स्थिति बदल कर फिर से इस आसन को करें।

THE NEWS FRAME


सिंहासन करने का दूसरा तरीका : वज्रासन की स्थिति में बैठ जाएं और आंखों को बड़ा करते हुए जितना हो सके जीभ बाहर निकले। 

लाभ –  इस आसन से डर और भय दूर होता है। चेहरे की सभी मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है जिससे चेहरे में चमक बढ़ती है। पैरों को बहुत लाभ मिलता है। पैर शक्तिशाली होते हैं। गर्दन और गला संबंधित रोग दूर होते हैं। टॉन्सिल में भी लाभकारी है। हकलाने और तुतलाने जैसी बीमारी को दूर करने में सहायक है। छाती को भी लाभ मिलता है।

पढ़ें खास खबर– 

नासा इस माह जश्न मना रहा है। आइये हम भी नासा के इस जश्न में शामिल हो कर उसके गौरवमयी इतिहास का साक्षी बने।

दुनियां की सबसे खूबसूरत महिलाओं की लिस्ट में मलाला यूसुफजई। VOGUE मैगजीन ने दिया यह सम्मान।

12 वीं को बोर्ड परीक्षा हुई रद्द। सभी होंगे पास।

यास तूफान में जिंदगी और मौत के बीच जुझ रहे दो नन्हें जीव की जान बचाई छोटे बच्चों ने।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *