बागबेडा कॉलोनी के प्रतिनिधियों ने सौंपा सात सूत्री मांग पत्र
जमशेदपुर: खासमहल स्थित सदर अस्पताल में वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और ट्रांसजेंडरों के साथ भेदभाव किए जाने का मामला सामने आया है। बागबेडा कॉलोनी के पंचायत प्रतिनिधियों ने आज सिविल सर्जन जुझार माझी को एक सात सूत्री मांग पत्र सौंपा है।
मांग पत्र में मुख्य रूप से शामिल हैं:
- वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन एवं ट्रांसजेंडर वाली खिड़कियों से आम लोगों की पर्ची पर रोक लगाना।
- वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन एवं ट्रांसजेंडर वाली खिड़की पर ही उन लोगों की पर्ची काटना।
- महिला काउंटर पर महिलाओं और पुरुष काउंटर पर पुरुषों को ही कतार में लगाकर पर्ची देना।
- पंजीकरण खिड़कियों पर डॉक्टर से दिखाने के लिए पर्ची काटने के लिए जानकार लोगों को ही रखना।
- कतार में लगे लोगों से कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले अभद्र व्यवहार पर रोक लगाना।
- पर्ची काटने वाले कर्मचारियों को लोगों को सही जानकारी और बातें बताने का निर्देश देना।
- पंजीकरण खिड़कियों पर समय-समय पर निरीक्षण के लिए पदाधिकारी भेजना।
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सिविल सर्जन जुझार माझी ने सदर अस्पताल के मैनेजर निशांत को तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों सहित नेहा इंटरप्राइजेज पर भी कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता, उप मुखिया संतोष ठाकुर, समाजसेवी रंजन सिंह और सुधीर दुबे मुख्य रूप से उपस्थित थे।
यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में भेदभाव की गंभीर समस्या को उजागर करती है। उम्मीद है कि सिविल सर्जन द्वारा की गई कार्रवाई से इस समस्या का समाधान होगा और सभी मरीजों को समान स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।