अमेरिकी संसद पर हुए हमले को लेकर राष्ट्रपति ट्रम्प के खिलाफ बुधवार को महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। वह दूसरी बार महाभियोग का सामना करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए है। ट्रम्प की रिपब्लिक पार्टी के कई सांसदों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है । डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले संसद निचले सदन की प्रतिनिधि सभा में पारित हुए इस प्रस्ताव के पक्ष में रिपब्लिकन सांसदों ने भी मतदान किया। प्रतिनिधि सभा से पारित प्रस्ताव को संसद के ऊपरी सदन सीनेट में भेजा जाएगा। फिर 100 सदस्यीय सीनेट में बहुमत के नेता महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
प्रस्ताव में ट्रम्प पर आरोप लगाया गया है की उन्होंने संसद पर हमले के लिए भीड़ को उकसाया और गत 6 जनवरी को कैपिटल परिसर पर उनके समर्थकों ने हमला किया। प्रस्ताव में ट्रम्प को राष्ट्रपति पद से हटाने के साथ ही यह माँग की गई है की भविष्य में फिर कभी किसी संवैधानिक पद को सँभालने के लिए उनको अयोग्य घोषित किया जाए। साथ ही इसमें यह आरोप तय किया गया है की ट्रम्प ने गत 3 नवम्बर को हुए राष्ट्रपति चुनाव नतीजों के परिणाम को बदलने के प्रयास में हिंसा के लिए भीड़ को भड़काया था। भीड़ ने उस समय हमला किया, जब संसद में जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगाई जा रही थी।