जमशेदपुर | झारखण्ड
जो लोग दुनियाँ में अपने को भूल जाते हैं और दूसरों को चमकाने में लगे रहते हैं वैसे लोगों की श्रेणी में एक पत्रकार बंधू भी आते हैं। वैसे तो भारत में चौथा स्तम्भ कहकर सम्मान दिया जाता है लेकिन ऐसे चौथे स्तम्भ बनने का क्या फायदा जहाँ किसी नेता से सम्मान ना मिले। मामला केवल एक पत्रकार से सम्बन्धित नहीं बल्कि हरेक दिन कोई ना कोई पत्रकार हमले जद में आ जाता है और अपना सबकुछ गँवा बैठता है।
बता दें की एक ताजा मामला जमशेदपुर का है जहाँ दो दिवसीय प्रवास पर आये पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पहुंचे हुए थे जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
इस दौरान मरांडी जी के सिक्योरिटी में तैनात गॉर्ड कर्मियों ने ड्यूटी मे तैनात मीडिया के लोगो के साथ गाली-गलौज और हाथपाई की। इस दौरान कई मीडियाकर्मी और फोटोग्राफर घायल हुए। वहीँ पत्रकार संजीब दत्ता जी के कंधे की हड्डी टूट गई। यह मामला अत्यंत गंभीर और शर्मनाक है। मरांडी जी के गॉर्ड के द्वारा किया गया यह कृत्य अशोभनीय है। एक सामाजिक और जिम्मेदार नेता के तौर पर इस घटना की जानकारी लेते हुए मामले को संज्ञान मे लेना चाहिए। और इस कृत्य को अंजाम देने वाले लोगों पर कठोर कार्यवाई करनी चाहिए। अब देखना यह है की इस मामले में बाबूलाल मरांडी क्या कदम उठाते हैं।