शिक्षा मंत्रालय | नई दिल्ली
केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने जापान विज्ञान और प्रौद्योगिकी (जेएसटी) एजेंसी के सहयोग से आज 63 छात्रों और शिक्षकों के एक दल को विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों – औद्योगिक संगठनों, संग्रहालयों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों आदि की शैक्षिक यात्रा के लिए जापान रवाना किया। ये दल विभिन्न विषयों की जानकारी एकत्र करेंगे, जो उनके करियर में आगे मार्गदर्शन प्रदान करेगा। ये युवा शिक्षार्थी केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों के कक्षा 11-12 के विद्यार्थी हैं, जो विभिन्न विषय क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के इच्छुक हैं। 9 जुलाई से 15 जुलाई, 2023 तक जापान की इस सप्ताह भर की यात्रा के लिए छात्र बहुत उत्साहित और प्रेरित हैं।
इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय में स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की संयुक्त सचिव श्रीमती अर्चना शर्मा अवस्थी, जेएसटी जापान के प्रबंधक श्री केमोची युकियो, सीआईईटी-एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. ए. पी. बेहेरा और केंद्रीय विद्यालय संगठन व नवोदय विद्यालय समिति के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
युवा शिक्षार्थियों के बीच बौद्धिक ज्ञान और वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए, केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के साथ जापान विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी (जेएसटी) 2014 से सकुरा विज्ञान कार्यक्रम (एसएसपी) के तहत सकुरा साइंस हाई स्कूल कार्यक्रम लागू कर रही है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को जापान की अल्पकालिक यात्राओं के लिए आमंत्रित किया जाता है, जिससे उन्हें जापान के अत्याधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ उसकी संस्कृति का अनुभव करने का भी अवसर मिलता है।
भारत ने अप्रैल, 2016 में पहली बार इस कार्यक्रम में भाग लिया था। अब तक 69 पर्यवेक्षकों के साथ 411 छात्रों ने इस कार्यक्रम के तहत जापान का दौरा किया है। नवंबर 2019 में अंतिम बैच जापान गया था। कोरोना महामारी के दौरान जापान साइंस एवं टेक्नोलॉजी एजेंसी (जेएसटी) ने विश्वविद्यालय के ऑनलाइन दौरे आयोजित किए।