भारत के किसान गणतंत्र दिवस पर राष्ट्र ध्वज फहराने के अवसर पर राजधानी आएं, यह लोकतंत्र की ताकत- श्री मुंडा
नई दिल्ली, 25 जनवरी 2024, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज पूसा, दिल्ली में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस सम्मेलन में, केंद्र सरकार द्वारा देशभर से गणतंत्र दिवस के लिए विशेष रूप से आमंत्रित सैकड़ों किसान व कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के सदस्य शामिल हुए। इन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) व भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के वैज्ञानिकों ने खेती-किसान की आधुनिक पद्धतियों- नवाचारों के बारे में बताया, वहीं केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने योजनाओं से अवगत कराया।
सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने गणतंत्र दिवस की अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत के किसान, गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में राष्ट्र ध्वज फहराए जाने के अवसर पर देश की राजधानी में आएं है, यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है, जो देश को मजबूती देती है। श्री मुंडा ने कहा कि इतिहास के आयने में, जब हमारे नागरिक बाद में 100वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे, तब यह स्मरणीय होगा कि 75वां गणतंत्र दिवस हमारे देशवासियों ने किस तरह से मनाया, क्योंकि यह गणतंत्र दिवस सिर्फ आयोजन मात्र नहीं है, बल्कि अमृत महोत्सव से अमृत काल में प्रवेश करने का द्वार खोलने वाला है। यह देश के आध्यात्मिक चिंतन, आध्यात्मिक शक्ति के प्रवाह में नवभारत निर्माण करने का संकल्प होगा। यह गणतंत्र दिवस भारतवासियों के लिए न केवल आत्मगौरव, आत्मसम्मान बल्कि नए भारत को गढ़ने में ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बनाने का विशेष अवसर होगा।
केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन अब कर्त्तव्य पथ पर हो रहा है, जिसका कि पहले राजपथ नाम था। हमने बहुत सारे शासकों को आजादी से पहले देखा है, चाहे वे मुगलकालीन हो या ब्रिटिशकालीन, इनके दौर से गुजरते हुए दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र हमने भारत को बनाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने चाहा कि हम गणतंत्र दिवस उन लोगों के साथ मनाएं जो वास्तविक रूप से गांवों में, खेतों में पसीना बहाकर देश को सींचता है, इसीलिए सम्माननीय किसान यहां आमंत्रित किए गए हैं। श्री मुंडा ने कहा कि हमारा किसान परिवार सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये अन्नदाता है। किसानों की प्रगति में ही देश की प्रगति है। बदलते समय में खेती-किसानी की नई पद्धतियां सीखना किसानों के लिए लाभदायी सिद्ध होगा। उद्देश्य यहीं है कि नए अनुभवों के साथ हमारे किसान, हमारे गांव और हमारा देश समर्थ हों। सभी किसानों का सम्मेलन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से मंत्री श्री मुंडा ने स्वागत-अभिनंदन किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनभागीदारी की भावना के साथ समाज के विभिन्न वर्गों के आम लोगों को गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में बुलाया है। सम्मेलन में केंद्रीय कृषि सचिव श्री मनोज अहूजा, अतिरिक्त सचिव श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी व श्रीमती शुभा ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। आमंत्रित किसानों को प्रशिक्षण के साथ ही फील्ड विजिट कराया गया।