जमशेदपुर । झारखण्ड
करीम सिटी कॉलेज के भूगोल विभाग में वर्कशॉप का आयोजन
करीम सिटी कॉलेज भूगोल विभाग में आकाशीय और मौसम संबंधी अवलोकन पर एक कार्यशाला का अयोजन किया गया। जिसमे प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद रियाज़ ने अपनी शुभ कामनाएं दीं और बताया कि भूगोल विभाग में इस प्रकार का आयोजन सराहनीय है। इस कार्यशाला में भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर आले अली ने मौसम का पूर्वानुमान, आज के दौर में जानना क्यों आवश्यक है एवं मौसम के पूर्वानुमान में कौन कौन सी तकनीक महत्वपूर्ण है कि व्याख्या की। भूगोल विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉक्टर फरजाना अंजुम ने मौसम के तत्वों की व्याख्या की एवं डॉक्टर पसारूल इस्लाम ने प्राचीन काल एवं आज के दौर में किस तरह से मौसम का पूर्वानुमान किया जाता है पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मौसम के पूर्वानुमान के सभी उपकरणों (Instruments) को प्रदर्शित किया गया एवं उसके उपयोग एवं संचालन पर प्रकाश डाला गया।
करीम सिटी कॉलेज का भूगोल विभाग Meteorological Observatory की स्थापना के पंद्रहवें वर्ष में एक पखवाड़े में यह आयोजन इसीलिए रखा है क्युकी भारत इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) का 150 स्थापना वर्ष माना रहा है।
इस आयोजन की पहली कड़ी में स्टूडेंट्स सेमिनार का आयोजन हुआ, दूसरी कड़ी में गेस्ट लेक्चर का आयोजन हुआ जिसमें North Bengal ST. Xavier’s College, Jalpaiguri, West Bengal के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर सुब्रतो रॉय ने मौसम के पूर्वानुमान पर अपना वेबीनार लेक्चर प्रस्तुत किया, तीसरी कड़ी में कॉलेज के छात्र छात्राओं को कार्यशाला का आयोजन कर एक-एक उपकरण की विशेषता बताई गई जिसमे आकाशीय पिंडो के पर्यवेक्षण के लिए Telescope, GPS, Anemometer, Barometer, Thermometer, Dry And Wet Bulb Thermometer, Sundial, Wind Vane, Rain Gauge, Binoculars, सूर्य और चांद ग्रहण देखने के यंत्र इत्यादि के कार्यों और उनके उपयोग छात्र छात्राओं को बताया गया। इस वार्षिक मौसमी महोत्सव से छात्र – छात्राएं काफी उत्साहित हुए।