Jamshedpur । Jharkhand
कमलपुर थाना प्रभारी द्वारा मुखिया और ग्रामीणों के ऊपर झुठा आरोप लगाने के संबंध में आज मुखिया सहित ग्रामीण, एसएसपी कार्यालय पहुंचे और इस सम्बंध में ज्ञापन दिया।
उन्होंने बताया कि वे सभी पटमदा प्रखण्ड, कमलपुर थाना क्षेत्र कुमोर गाँव का निवासी हैं। कॉकिडीह मोड़ से कुमीर गांव होते हुए बंगाल सीमा दांदुडीह तक लगभग 17 किलोमीटर ग्रामीण रोड है। इस ग्रामीण रास्ता पर से रोजाना सौ से अधिक गिट्टी/पत्थर लदे अवरलोड भारी वाहनों खासकर हाईवा का अवागमण होता रहता है। जिस कारण ग्रामीण रास्ता पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस रास्त में स्कुल / कॉलेज तथा अमजनों हेतु आने जाने का एक मुख्य रास्ता है।
खास कर बरसात के समय सभी ग्रामीणों को आने जाने में बहुत ही कठीनाई का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण बरसात के समय कीचड़ से परेशान और बाकी समय धुल से परेशान रहते हैं।
इन्हीं कारणों को देखते हुए विगत 17 अगस्त 2023 को अनुसूचित क्षेत्र तथा पंचायत राज अधिकार अधिनियम के तहत कुमार गांव के हरि मंदिर प्रांगन में पंचायत के मुखिया तथा वार्ड सदस्य की उपस्थिति में एवं कुमीर गांव के ग्राम प्रधान कि अध्यक्षता में ग्रामसभा की विशेष बैठक किया गया था। उक्त ग्राम सभा में सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि जब तक भारी वाहनों के अनुरूप विभाग द्वारा रास्ता का निर्माण नहीं कराया जाऐगा तब तक भारी वाहनों का अवागमन सम्पूर्ण रुप से बंद रहेगा। उस दिन से छोटे वाहन को छोड़ कर भारी वाहनों का परिचालन सम्पुर्ण रुप से बंद है।
इसकी सुचना पंचायत कार्यालय द्वारा उपायुक्त महोदय सह कमलपुर थाना प्रभारी को लिखित रूप से दिया गया है। तथापि कमलपुर थाना प्रभारी द्वारा पंचायत के मुखिया समेत 9 ग्रामीणों के उपर झुठा आरोप लगाते हुये धारा 107 का केस दर्ज कर दिया। ऐसे में हम सभी ग्रामीणों का प्रशासन के ऊपर सवाल उठ रहा है कि ग्राम सभा द्वारा प्रस्ताव पारित करने के बाद भी सिर्फ 10 लोगों के उपर 107 का धारा क्यों लगाया गया?
कमलपुर थाना प्रभारी का आम नागरीकों के प्रति अच्छा व्यवहार भी नहीं है। थाना प्रभारी इस ग्रामीण रास्ता पर रात के समय अवरलोड भारी वाहन को अपने संरक्षण में अवागमन करवाते थे। जब ग्रामीण इसका विरोध करते थे तो उन्हें को केस के नाम पर धमकी दिया जाता था।