Ranchi : सोमवार 30 अगस्त, 2021
फैशन के इस नए दौर में मिस झारखंड की कचड़े वाली रैंप ने आज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। पूरे इतिहास में ऐसा रैंप आज तक नहीं हुआ। फैशन मॉडल सुरभी को आज कचड़े का अम्बार लगे क्षेत्र पर चलते हुए देखा गया। इस वीडियो और फ़ोटो को सोशल मीडिया पर भी तेजी से शेयर किया जा रहा है।
यह कोई तमाशा नहीं बल्कि हकीकत है। इस कैटवॉक के पीछे का मकसद रांची नगर निगम को आईना दिखाना था।
बता दें कि रांची नगर से निकलने वाला कचड़ा झिरी क्षेत्र में फेंका जाता है। जिससे उस क्षेत्र में कचरे का पहाड़ जैसा बन गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस क्षेत्र से आने जाने वालों को इसकी दुर्गन्ध का सामना करना पड़ता है। दुर्गन्ध भी ऐसी की सांस लेना मुश्किल हो जाता है। नगर निगम के पास इससे निजात पाने का कोई उपाय भी नजर नहीं आता। इसलिए नगर निगम को भविष्य में कचड़े से होने वाली परेशानियों से सचेत करने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया।
मिस झारखंड रह चुकी फैशन मॉडल सुरभि ने यहां कचड़े के पहाड़ पर लाल ड्रेस पहने लगभग आधे घण्टे तक कैटवॉक किया। और यह शूटिंग लगभग 4 घंटे तक चली। इसे शूट करने के लिए ड्रोन कैमरे का भी सहारा लिया गया था। शूटिंग के बाद इसे वायरल भी कर दिया गया। सुरभि ने इस शूटिंग के बारे में बताया कि कचड़े की समस्या से निजात पाने के लिए रांची नगर निगम और सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए यहां कैटवॉक का निर्णय लिया गया।
जानकारी के अनुसार रांची शहर का पूरा कचड़ा यहां डंप किया जाता है। इससे आसपास बहुत ही दुर्गन्ध फैली हुई है, जिससे की स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इस कैटवॉक की शूटिंग रांची के 27 वर्षीय फोटोग्राफर प्रांजल कुमार ने की है। प्रांजल ने ड्रोन कैमरे की मदद से लगभग 210 फीट की ऊंचाई से इसे शूट करते हुए क्लिक किया है।
बता दें कि प्रांजल के इस वीडियो शूट को इंटरनेशनल पहचान मिल रही है। प्रांजल के अनुसार फेसबुक पर वीडियो पोस्ट करने के बाद ही कई जाने माने पर्यावरणविद की सराहना मिली। साथ ही कई सेलेब्रिटी ने वीडियो को शेयर भी किया।
प्रांजल ने बताया कि अकसर रिंग रोड से जब वे कार से गुजरते थे तो झिरी के पास पहुंचते ही तेज दुर्गन्ध की वजह से कार की खिड़की के शीशे बंद करने पड़ते। लेकिन इसके बाद भी दुर्गंध आती रहती थी और चेहरे पर रूमाल रखना पड़ता था।
शूटिंग के बारे में प्रांजल ने जानकारी दी कि शूट के दौरान सुरभि को रेड ड्रेस इसलिए पहनाई गई, ताकि नगर निगम को यह संदेश दिया जा सके कि यदि हम इस तरह से कचड़ा डंप करते रहे तो आने वाले वक्त में इसकी बड़ी कीमत हमें चुकानी पड़ेगी।