रांची: ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) की झारखंड राज्य परिषद की बैठक 18 जनवरी 2025 को महेंद्र सिंह भवन, मेन रोड रांची में संपन्न हुई। यह बैठक सुबह 11:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक चली, जिसमें राज्य भर से छात्र नेताओं ने भाग लिया। बैठक में राज्य के विश्वविद्यालयों की समस्याओं एवं छात्रों से जुड़े मुद्दों पर व्यापक चर्चा की गई। आइसा ने आगामी दिनों में कई महत्वपूर्ण अभियानों का ऐलान किया है, जिनका उद्देश्य छात्रों के अधिकारों की रक्षा और शिक्षा नीति में सुधार लाना है।
इस बैठक के उपरांत 19 जनवरी 2025 को महेंद्र सिंह भवन में रोड रांची में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया है,जिसमें ऑल इंडिया अध्यक्ष नेहा और नवनिर्वाचित झारखंड राज्य अध्यक्ष कामरेड विभा प्रेस को संबोधित करेंगे। आज की मीटिंग को संबोधित करते हुए महासचिव प्रसनजीत कुमार ने बैठक के दौरान दिए गए महत्वपूर्ण विचारों को साझा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति छात्रों को शिक्षा और रोजगार से वंचित करने की ओर बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर लगातार शिक्षा में फंड कटौती की जा रही है।
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महासचिव ने यह भी कहा कि झारखंड में खनिज संपदाओं को अडानी और अंबानी के हाथों में देने की योजना है, वहीं राज्य में छात्रों को छात्रवृत्ति से वंचित रखा गया है। पेपर लीक और समय पर परीक्षा न होना जैसे मुद्दे भी झारखंड में गंभीर समस्या बन चुकी हैं। आइसा ने राज्य सरकार से यह मांग की है कि छात्रों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं, छात्रवृत्ति का शीघ्र भुगतान किया जाए, सभी विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराए जाएं और रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएं।
इसके साथ ही, राज्य में स्थानीयता नीति को लागू करने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया। महासचिव ने यह कहा कि देश भर में छात्रों और युवाओं को रोजगार और शिक्षा से वंचित किया जा रहा है, जबकि दूसरी ओर भाजपा और आरएसएस सांप्रदायिकता, नफरत और आपसी भाईचारे को तोड़ने में जुटी हुई है। ऐसे में, आइसा जैसे संगठन की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है, ताकि लोकतंत्र, संविधान की रक्षा और छात्रों के बुनियादी मुद्दों पर आंदोलन को तेज किया जा सके, यह जानकारी आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने दिया।