गोलमुरी, 8 मार्च 2024: एनटीटीएफ के एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन और भारत में कौशल विकास के जनक डॉ. एन रघुराज नामासिवयम का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे।
डॉ. नामासिवयम भारत में कौशल विकास क्षेत्र के एक अग्रणी व्यक्ति थे। उन्होंने एनटीटीएफ को एक छोटे से प्रशिक्षण संस्थान से एक राष्ट्रीय स्तर के संगठन में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में, एनटीटीएफ ने लाखों युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया और उन्हें रोजगार योग्य बनाया।
डॉ. नामासिवयम के जीवन और उपलब्धियां:
- उनका जन्म 6 अगस्त 1942 को तमिलनाडु के कोर्टालम में हुआ था।
- उन्होंने ग्रेजुएट इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया।
- 1967 में वे एनटीटीएफ में शामिल हुए।
- उन्होंने एनटीटीएफ के एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन के रूप में 35 वर्षों तक सेवा की।
- उन्हें कौशल विकास के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
एनटीटीएफ गोलमुरी में श्रद्धांजलि:
डॉ. नामासिवयम के निधन की खबर सुनकर एनटीटीएफ गोलमुरी के सभी प्रशिक्षकगण और सदस्य स्तब्ध रह गए। उन्होंने संस्थान के प्रांगण में एकत्रित होकर डॉ. नामासिवयम को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की।
श्रद्धांजलि:
प्राचार्य प्रीता जॉन, उप प्राचार्य रमेश राय और एनटीटीएफ से जुड़े सभी सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “उनका यूं अचानक चले जाना सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। हमने एक महान गुरु खो दिया है।”
अंतिम विदाई:
डॉ. नामासिवयम को अंतिम विदाई देने के लिए एनटीटीएफ गोलमुरी से प्रतिनिधिगन बेंगलुरु के लिए रवाना हुए।
यह जानकारी एनटीटीएफ गोलमुरी द्वारा प्रदान की गई है।