एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन संपन्न।

एनआईटी जमशेदपुर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

जमशेदपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (3rd International और 15th National Conference on Industrial Problems on Machine and Mechanisms (IPRoMM-2024)) का आयोजन 19 से 21 दिसंबर 2024 तक किया।

इस सम्मेलन की शुरुआत 19 दिसंबर को औद्योगिक भ्रमण के साथ हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और आरएसबी ग्लोबल का दौरा किया। इस औद्योगिक भ्रमण को प्रतिभागियों ने जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव बताया, जहाँ उन्होंने ब्लास्ट फर्नेस से निकलते हुए पिघले हुए स्टील, ट्रकों के कठिन परिस्थितियों में परीक्षण और आरएसबी के उत्पादों के सटीक परीक्षण और विकास जैसी प्रक्रियाओं को देखा। कंपनियों ने प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए और इस अनुभव को 5-स्टार रेटिंग दी गई।

यह भी पढ़ें : कदमा, बिष्टुपुर, धातकीडीह में निजी स्कूलों के आसपास के दुकानों में की गई छापेमारी, 2 दुकानों से तम्बाकू उत्पाद जप्त

THE NEWS FRAME

आधिकारिक उद्घाटन समारोह
सम्मेलन का उद्घाटन 20 दिसंबर 2024 को सुबह 9:00 बजे डायमंड जुबली हॉल के लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स के कक्ष संख्या 212 में दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ किया गया। इसके बाद गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार (चेयरमैन) ने स्वागत भाषण दिया, जबकि प्रोफेसर संदीपन बंद्योपाध्याय (उपाध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ मशीन एंड मेकेनिज्म) और डॉ. राकेश भार्गव (अतिथि) ने अपने विचार साझा किए। मुख्य अतिथि टाटा स्टील के उपाध्यक्ष श्री प्रबल घोष ने भी सभा को संबोधित किया।

इस प्रतिष्ठित सम्मेलन ने वैश्विक विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और उद्योग के नेताओं को यांत्रिक और औद्योगिक इंजीनियरिंग में प्रगति और चुनौतियों पर चर्चा के लिए एक साथ लाया।

यह भी पढ़ें : जमशेदपुर में बढ़ते नशे के कारोबार, बालू माफियाओं और बढ़ते अपराधों पर कार्रवाई की मांग : भाजपा

महत्वपूर्ण व्याख्यान
सम्मेलन के पहले दिन प्रोफेसर चित्रंजन सहाय (यूनिवर्सिटी ऑफ हार्टफोर्ड, यूएसए) ने “कठिन परिस्थितियों के लिए डिजाइनिंग” विषय पर व्याख्यान दिया।

डॉ. राकेश भार्गव (इननोवेटिव टर्बोमशीनरी टेक्नोलॉजीज, यूएसए) ने “गैस टरबाइन प्रौद्योगिकी का विकास और वैश्विक ऊर्जा उत्पादन एवं विमानन उद्योग पर इसका प्रभाव” पर व्याख्यान दिया।

अंतिम दिन डॉ. मधुसूदन पाल (निदेशक, COE, FIDDI नोएडा) ने “फुटवियर टूल डिजाइन और विकास” पर चर्चा की।

तकनीकी सत्र और समापन समारोह
तीन दिनों में 12 तकनीकी सत्रों के माध्यम से 71 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। समापन समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर शुक्ला (निदेशक, MANIT भोपाल) ने सम्मेलन के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।

यह सम्मेलन उद्योग और शिक्षा के बीच सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित करता है और औद्योगिक क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान खोजने में सहायक साबित हुआ।

Leave a Comment