किसी ने कहा था कि दुनिया का अंत साल 2000 के बाद से प्रारम्भ हो जाएगा। इस पर कई अटकलें लगाएं गए, दुनियां के अंत पर फिल्में भी बनी, लेकिन यह सब एक काल्पनिक था। लेकिन वर्तमान समय में दुनियां में हो रही महामारियों को झुठलाया नहीं जा सकता। दुनियां कोरोना महामारी से लड़ रही है कि इसी बीच कुछ नए-नए रोग और महामारी दस्तक भी दे रहें हैं।
हम बात कर रहे है बर्ड फ्लू के प्रकोप की, जिसकी वजह से कई पक्षी अपनी जान गंवा देते है। और ऐसे बीमार पक्षियों को जब मनुष्य खाता है तो वह भी उस रोग की चपेट में आकर बीमार हो जाता है, या मृत्यु प्राप्त करता है।
बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है। जिसे देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने साफ तौर पर बताया है कि चिकन और अंडों को अच्छी तरह से पहले धोएं उसके बाद अच्छी तरह से पकाएं फिर उसको भोजन में शामिल करें। लगभग चिकन को 70 डिग्री सेल्सियस से अधिक के तापमान में पका देने पर बर्ड फ्लू के वायरस नष्ट हो जाते हैं।
बर्ड फ्लू के वायरस बीमार या मृत कुक्कुटों (पक्षियों) के शरीर में उत्पन्न होते है इसलिए इनके संपर्क में आने से बचना चाहिए।
इसलिए अब से जब भी पक्षियों विशेष कर चिकन बनाये तो सबसे पहले अच्छी तरह से उसे धोएं फिर देर तक 70 डिग्री से अधिक तापमान पर पकाएं।