Connect with us

सोशल न्यूज़

एआईडीएसओ ने 26 मार्च 2021 को होने वाले भारत बंद का समर्थन करने का लिया फैसला।

Published

on

THE NEWS FRAME


जमशेदपुर : दिनांक 26 मार्च 2021 को होने वाले भारत बंद का समर्थन करते हुए एआईडीएसओ के राष्ट्रीय महासचिव सौरभ घोष ने बयान जारी करते हुए कहा कि पिछले 4 महीने से पूरे देश भर में किसान दिल्ली की सड़कों पर किसान व कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ में आंदोलन चला रहे हैं। 

उक्त बातों की जानकारी शिवाशीष प्रहराज, कार्यालय सचिव एआईडीएसओ के माध्यम से प्राप्त हुई।

उन्होंने बताया कि किसानों का संघर्ष पूरे देश भर के उन तमाम लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है जो अपने जीवन की तमाम समस्याओं के खिलाफ में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून बड़े बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई जा रही नीतियों का ही परिणाम है जो बड़ी-बड़ी कंपनियों को खेती पर कब्जा जमाने का अधिकार देते हैं। 

कृषि कानून न सिर्फ किसानों को ही गुलाम और बर्बाद करेंगे बल्कि उन तमाम लोगों के लिए प्राणघातक सिद्ध होंगे जो खेती में उगाई जाने वाली उत्पादन को उपभोग कर जिंदा रहते हैं।छात्र समुदाय भी इन कानूनों के दुष्परिणामों से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता इसलिए इस देश में रहने वाले तमाम छात्र समुदाय की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वह भी किसानों के साथ इस आंदोलन में उनके कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और किसानों द्वारा उठाई गई जनवादी मांगों को हासिल कराने में अपनी भूमिका अदा करें। 

एआईडीएसओ क्रांतिकारी छात्र संगठन होने के नाते किसान आंदोलन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष कर रहा है और मांग करता है कृषि विरोधी तमाम काले कानूनों को तुरंत वापस लिया जाए। हम इस देश में रह रहे तमाम नागरिकों से भी अपील करते हैं कि किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए वह आगे आए और कंपनी राज को स्थापित करने वाले इन कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार को मजबूर करें।

पढ़ें यह खास खबर – 

सद्पुरुष को साधारण जीवन जीने में ही आनंद आता है।

छत्रपति शिवाजी महाराज : हर पराई स्त्री मेरी माँ और बहन के समान है।

क्या मिल गया है, एलियन ?

मनुष्य के कितने प्रकार हैं?

Continue Reading
Click to comment

0 Comments

  1. RevolutionPrabhat

    March 25, 2021 at 5:05 PM

    Bahut badhiya report sir

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *