रांची, 9 दिसंबर 2024: आज गीतील कोचा, कोकर में आदिवासी संघर्ष मोर्चा की जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रांची जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मोर्चा के जिला संयोजक सुदामा खलखो ने कहा कि झारखंड के राज्य बनने के बाद रांची को राजधानी घोषित किए जाने से नगरीकरण ने आदिवासियों के जीवन पर गहरा असर डाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगरीकरण के विस्तार के नाम पर आदिवासियों की जमीन की लूट हो रही है।
सुदामा खलखो ने कहा, “इस जमीन लूट में कहीं प्रशासन मौन है तो कहीं उसकी मिलीभगत नजर आती है। यह स्थिति आदिवासियों के जीवन और अस्तित्व के लिए खतरा बन गई है। इस लूट के खिलाफ हमारा संघर्ष तेज होगा।”
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बैठक में निर्णय लिया गया कि जमीन लूट के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए 15 दिसंबर 2024 को एक विस्तृत बैठक गीतील कोचा, कोकर में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में आगामी आंदोलन की रणनीति और कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुख्य निर्णय:
- जमीन लूट के खिलाफ जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा।
- प्रशासन और भूमि माफियाओं की मिलीभगत के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- आंदोलन के माध्यम से प्रभावित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में रांची जिले के शहरी और ग्रामीण कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याएं साझा कीं और संघर्ष को मजबूत करने का संकल्प लिया।
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