जमशेदपुर। आदिवासी कुड़मी कर्मचारी संघ द्वारा वार्षिक बनभोज सह मिलन समारोह का आयोजन लुपुंगडीह में धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में समाज के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और इसे आपसी मेलजोल और एकता को मजबूत करने का एक अहम अवसर बताया।
समारोह के दौरान विभिन्न प्रकार के खेलकूद और लकी ड्रा का आयोजन किया गया, जिसने उपस्थित लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। इसके साथ ही समाज के प्रबुद्ध सदस्यों ने दहेज प्रथा को समाप्त करने, शिक्षा को बढ़ावा देने और आपसी एकता बनाए रखने के लिए विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर, इस वर्ष सेवानिवृत्त हुए संघ के सदस्यों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह ने कार्यक्रम में एक विशेष गरिमा जोड़ी।
यह भी पढ़ें : संवाद से संकटों के हल खोजना भारत की विशेषता: प्रो.संजय द्विवेदी
समारोह में दीपक महतो, तपन महतो, मंटू महतो, लक्ष्मण महतो, भूपेंद्र महतो, हरीश महतो, खुदीराम महतो, महेश्वर महतो, लखिकांत महतो, और सुजीत महतो जैसे प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा, “हम अपने कार्यों के साथ-साथ समाज को आगे ले जाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। हमारा उद्देश्य समाज के विकास में योगदान करना और समाज के सभी सदस्यों को एकजुट करना है। हमें विश्वास है कि हमारे इस प्रयास से समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे।”
इसके अलावा, वक्ताओं ने अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी इस प्रकार के संगठन स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे समाज से जुड़े लोग अपनी समस्याओं को खुलकर सामने रख सकेंगे और उनका समाधान खोजने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम ने समाज को एकजुट करने और विकास के नए रास्ते खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की।