आज दिनांक 17 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में किसान संगठन नेता बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे इस समय एजेंसी के सामने पेश नहीं होंगे। आप को बता दें की लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी (एलबीआईडब्ल्यूएस) के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा का संगठन भी उन किसान संगठनों में शामिल है, जो केंद्र सरकार के साथ बात-चीत में शामिल है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले में बलदेव सिंह सिरसा समेत एक दर्जन से ज्यादा लोगों को नोटिस भेजे हैं।
बलदेव सिंह सिरसा ने बताया की उनकी पोती की शादी होने जा रही है इसलिए सात फरवरी से पहले उनका एनआईए के सामने पेश होना मुश्किल है। बलदेव सिंह सिरसा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है की केंद्र सरकार विभिन्न तरीकों को अपनाकर किसानों के विरोध प्रदर्शन को ख़त्म करना चाहती है। पहले सरकार ने लोगों और राजनेताओं के माध्यम से और फिर सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से हम किसानों पर दबाव बनाने की कोशिश की है। अब वह एनआईए का उपयोग कर रही हैं। सरकार हमारे आंदोलन को पूरी तरह से नष्ट करना चाहती है।
बलदेव सिंह सिरसा ने आगे कहा कि आंदोलन से जुड़े कई लोगों को एनआईए का समन मिला है। सरकार किसानों के लिए काम करने वालों को भयभीत करने की कोशिश कर रही है। हम इस तरह की रणनीति से डरने और झुकने वाले नहीं हैं। इस विरोध प्रदर्शन को सरकार बदनाम करने की कोशिश कर रही है।