जमशेदपुर । झारखंड
जमशेदपुर अंचल के पूर्व अंचलाधिकारी श्री अनुराग तिवारी एवं पूर्व अंचल कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक महाशय बलवंत सिंह की अपने कार्यकाल में किए गए कारनामे:–
मौजा –ब्यांगबील,सुंदरनगर,जमशेदपुर
हल्का संख्या–01
थाना संख्या–1184
खाता संख्या–28
प्लॉट संख्या–23,24,25,30
कुल रकबा–1 एकड़ 27 डिसमिल
जमाबंदी/खतियानी रैयत
गोमो हो, पिता–चिन्ता हो
चुनू हो, पिता–दभक हो
जमाबंदी रैयत आदिवासी अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखता है। पता:–हलुदबानी,जमशेदपुर।
उक्त जमीन का बिक्रेता–सीता देवी खिरवाल पति का नाम:–शालिग्राम खिरवाल,पता–चाईबासा उक्त जमीन का क्रेता–M/S perfect Electric Concern pvt. L.T.D.(Subrata Basu) पता–सुंदरनगर,जमशेदपुर
म्यूटेशन केस नंबर–263/2019–20/ डीड नंबर–9817
अब सवाल यह है की सीता देवी खिरवाल चाईबासा निवासी, जमाबंदी रैयत गोमो हो जोकि आदिवासी अनुसूचित जनजाति के है उससे सीता देवी खिरवाल का क्या संबंध है जो आदिवासी खाते की जमीन बेच दी और उसका रजिस्ट्री, म्यूटेशन कैसे हो गया?
मामला आगे ये हुआ की M/S perfect Electric Concern pvt LTD के Subrata Basu एवं उनके भाई Debashish Basu ने आनन – फानन में उक्त सभी जमीन को विकास कुमार साव, पिता–स्व० भगवान दास साव, पता– चक्रधरपुर को बेच दिया जिसका डीड नंबर–क्रमश:–1451 एवं 1450 है। म्यूटेशन केस नंबर–110/2020–21 एवं 111/2020–21 एवं 112/2020–21 है।
एक आदिवासी खाते की जमीन की खरीद बिक्री सामान्य वर्ग के द्वारा दूसरे थाना क्षेत्र के लोगों के साथ कैसे की गई।
यह एक यक्ष प्रश्न है।