अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के प्रतिनिधियों ने ब्रह्मानंद अस्पताल का इंपैनलमेंट खत्म होने से पूर्व ही सैनिकों एवं उनके आश्रितों को होने वाली समस्या से सांसद श्री विद्युत वरण महतो को अवगत कराया।

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Jamshedpur : शुक्रवार 1 सितंबर, 2022

अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के प्रतिनिधियों ने 1 सितंबर 2022 से ब्रह्मानंद अस्पताल का इंपैनलमेंट खत्म होने से पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को रेफरल के बिना इमरजेंसी में होने वाली इलाज की समस्याओं से अपने सांसद श्री विद्युत वरण महतो को प्रतिनिधिमंडल ने अवगत कराया। जमशेदपुर में टीएमएच एवं ब्रह्मानंद को ही दो मुख्य अस्पताल के रूप में जाना जाता है। जबकि तीनप्लेट टाटा मोटर मेडीटरीना एक विकल्प के रूप  देखा जा सकता है।

ईसीएचएस भारत सरकार की एक्सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम है जो भारतीय सेना के तीनों अंगों से सेवा सेवानिवृत्त ऑफिसर्स एवं जवानों के परिवार की स्वस्थ सुविधा का ख्याल रखती है। हर जिला पॉलीक्लिनिक अपने आस पास के सिविल अस्पतालों को सीजीएचएस रेट पर इम्पैनल कराने का काम करती है। इससे पूर्व सैनिकों को स्वास्थ संबंधी कोई समस्या न हो। वर्तमान परिस्थिति में जमशेदपुर में टी एम एच के हट जाने के बाद ब्रह्मानंद ही एकमात्र विकल्प था जो सेवा दे रहा था। मगर 1 सितंबर 2022 से ब्रह्मानंद में पूर्व सैनिकों का इलाज बंद हो जाने की वजह से पूर्व सैनिकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनके पास कोलकाता और रांची जाने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं है।

अतः संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने इस समस्या से अपने लोकप्रिय सांसद श्री विद्युत वरण महतो को अवगत कराया एवं गुहार लगाई कि आप अपने माध्यम से रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को इस समस्या की जानकारी दें। जिससे शीघ्र ही इस पर कोई कार्रवाई हो और पुनः इन अस्पतालों को इंपैनल कराने एवं सेवा शुरू करने के लिए बाध्य किया जाए। बिल पेमेंट की प्रक्रिया भी आसान होनी चाहिए जिससे अस्पताल चिकित्सा के बाद अपना बिल समय से प्राप्त कर सकें। जो सैनिक भारत की तीनों सेनाओं की रक्षा में तैनात थे उन्हें अपने ही इलाज कराने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही है। कोई भी जवान या परिवार दवाखाना नहीं चाहता चाहे वह कितना भी कीमती दवा क्यों न हो। मगर बढ़ती उम्र के साथ नाना प्रकार के समस्याओं से सब को गुजरना पड़ता है और ऐसे में समय से इलाज न मिलने पर और भी स्थिति भयावह हो जाती है। इस विकट समस्या से निपटने के लिए संगठन के प्रतिनिधि अपने शीर्ष नेतृत्व को भी जानकारी दे चुके हैं। और आने वाले भविष्य में हर स्तर पर इस समस्या को रखेंगे। 

सांसद महोदय ने आश्वासन दिया कि शीत सत्र में मैं इस समस्या को संसद भवन में उठाउँगा तब तक मैं रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस समस्या को अपनी तरफ उनका ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करूंगा। यह यहां रह रहे सभी गौरव सेनानियों के लिए बहुत बड़ा हितकारी प्रयास साबित होगा। आज के कार्यक्रम में सुशील कुमार सिंह, राजीव रंजन, गोविंद राय, कमल शुक्ला, हरेंद्र शर्मा, मनोज कुमार सिंह, रामजन्म तिवारी, मिथिलेश सिंह, राजकुमार, रमेश शर्मा आदि शामिल थे। 

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