अखिल भारतीय अनुसूचित जाती मूल निवासी संघ के द्वारा मनाया गया माता साबित्री बाई और जयपाल सिंह मुंडा जी का जयंती,बताया गया उनके इतिहास

अखिल भारतीय अनुसूचित जाति मूलनिवासी संघ द्वारा डॉ. अंबेडकर कॉलोनी, डांगोवापोसी में मनाई गई माता सावित्रीबाई फुले और जयपाल सिंह मुंडा की जयंती

डांगोवापोसी (जय कुमार) : डॉ. अंबेडकर कॉलोनी, डांगोवापोसी में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति मूलनिवासी संघ द्वारा माता सावित्रीबाई फुले और मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा जी की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के प्रखंड अध्यक्ष बादल बेहरा ने की, जबकि मंच पर संगठन के प्रदेश सचिव सूरज मुखी की गरिमामयी उपस्थिति रही।

माता सावित्रीबाई फुले के योगदान पर चर्चा

प्रदेश सचिव सूरज मुखी ने उपस्थित बच्चों, महिलाओं और युवाओं को माता सावित्रीबाई फुले के समाज सुधार और नारी शिक्षा के प्रति संघर्ष पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं के मान-सम्मान और उनके अधिकारों के लिए अपने जीवन को समर्पित किया। उनके प्रयासों से समाज में नारी शिक्षा की क्रांति आई।

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जयपाल सिंह मुंडा के संघर्ष पर प्रकाश

कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्ष आनंद करुवा ने जयपाल सिंह मुंडा जी के योगदानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जयपाल सिंह मुंडा ने संविधान सभा में आदिवासियों के हितों की जोरदार वकालत की और झारखंड को अलग राज्य के रूप में स्थापित करने की परिकल्पना प्रस्तुत की। उनका क्रांतिकारी आंदोलन आज भी समाज के लिए प्रेरणा है।

कार्यक्रम की विशेषताएं

मंच संचालन महक बेहरा और अंकित बेहरा ने कुशलता से किया। सभा का समापन सपन गुच्छाईत ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में राज बेहरा का विशेष योगदान रहा।

उपस्थित गणमान्य

कार्यक्रम में सिद्धार्थ बेहरा, चेंगू, जयंती देवी, रूपा बेहरा, बेबी मुखी सहित कई अन्य उपस्थित रहे।

इस आयोजन ने न केवल महान व्यक्तित्वों के प्रति सम्मान प्रकट किया, बल्कि नई पीढ़ी को उनके योगदान और संघर्ष से प्रेरित होने का संदेश भी दिया।

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