जमशेदपुर | झारखण्ड
जिला दंडाधिकारी-सह- उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा डेंगू के प्रकोप से बचाव के लिए जिलेवासियों से सतर्क एवं सुरक्षित रहने की अपील की गयी है। डेंगू/चिकनगुनिया संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होता है। तेज बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द को अनदेखा न करें, यह डेंगू/चिकनगुनिया हो सकता है। उक्त लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
अपने घर एवं आस पास मच्छरों के प्रजनन को रोकने हेतु आवश्यक उपाय करें।
क्या करें?
• डेंगू/चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों, पानी की टंकी आदि को ढक कर रखें। घर के आस-पास सफाई रखें।
• जब भी सोयें, मच्छरदानी के अंदर ही सोयें।
• एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
• डेंगू/चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। अगर डेंगू/चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
• मच्छरों से बचाव के लिए घर की खिड़की तथा दरवाजे पर जाली लगवायें
क्या नहीं करें?
• घर के आस-पास या छत पर प्रयोग में न आने वाले बर्तन, टायर आदि न रखें एवं घर में कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रिज ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें।
• टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतलें, टिन, बेकार के टायरों को जमा न रखें, क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा होता है, जिसमें एडिस मच्छर पनपते हैं।
• बुखार होने पर उसे अनदेखा नहीं करें।
• बगैर जाली लगे खिड़की तथा दरवाजे शाम एवं सुबह में खुले न रखें, क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है।