37वां विश्व एड्स दिवस: सामूहिक कार्रवाई से प्रगति को बनाए रखना और तेज करना
जमशेदपुर : दिसंबर 2024 को मुरली पारामेडिकल कॉलेज में 37वें विश्व एड्स दिवस का आयोजन बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम “सामूहिक कार्रवाई से प्रगति को बनाए रखना और तेज करना” था। कार्यक्रम का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता फैलाना और समाज में इस बीमारी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करना है।
विश्व AIDS दिवस का यह कार्यक्रम मुरली पारामेडिकल कॉलेज कालाझोर, पंचायत -हैंदलझुड़ी, जमशेदपुर में मनाया गया।
एचआईवी/एड्स: एक वैश्विक चुनौती
विश्व एड्स दिवस की शुरुआत 1988 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी, जिससे एचआईवी/एड्स महामारी पर ध्यान केंद्रित किया जा सके और इस बीमारी के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके। भारत में, एचआईवी से प्रभावित लोगों की संख्या 2021 में लगभग 2.3 मिलियन थी, और हर साल 42,000 लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवाते हैं।
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कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
कार्यक्रम का उद्घाटन मुरली पारामेडिकल कॉलेज की शिक्षिका श्रीमती विजया बोस ने किया। उन्होंने युवाओं और समाज को एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा विशेष व्याख्यान दिए गए, जिसमें एड्स की रोकथाम, उपचार और इसके प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया गया।
मुख्य आकर्षण:
विशेष व्याख्यान: एड्स की रोकथाम और उपचार पर विस्तृत जानकारी।
जागरूकता अभियान: राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत समाज में जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाए गए।
सामाजिक भागीदारी: छात्र-छात्राओं और सहायक प्राध्यापकों की सक्रिय भागीदारी।
कार्यक्रम के समापन पर मुरली पारामेडिकल कॉलेज की कोऑर्डिनेटर श्रीमती शशि कला ने कहा, “हमारा उद्देश्य समाज को एचआईवी/एड्स के बारे में न केवल जागरूक करना है, बल्कि इस बीमारी से प्रभावित लोगों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण विकसित करना भी है।”
सामूहिक प्रयास की जरूरत
इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों और छात्रों ने एचआईवी/एड्स के खिलाफ लड़ाई में सामूहिक प्रयास की शपथ ली। इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि केवल मिलजुल कर ही हम इस वैश्विक चुनौती से निपट सकते हैं।
इस कार्यक्रम में मुरली पारामेडिकल कॉलेज के कोऑर्डिनेटर श्रीमती शशि कला, नमिता बेरा, वीरू एवं पारामेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं एवं सहायक प्राध्यापक एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।