Lacknow : सोमवार 18 अक्टूबर, 2021
पिछले साल से चल रही किसान आंदोलन की नौटंकी अब उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में जाकर करनी है। यह निर्णय किसान आंदोलन को समर्थन देने वाले कुछ प्रमुख संगठनों के द्वारा एवं इस नौटंकी के जनक रहे राकेश टिकैत के दिशानिर्दशों द्वारा किया जाना है। आंदोलनकर्ता यह भूल रहे कि वे केजरीवाल की धरती पर नहीं, बल्कि योगी के धरती पर जा रहे हैं। शायद उन्हें ऐसा लगता है कि यह केजरीवाल की तरह ही केंद्र सरकार की विरोधी टीम में शामिल है।
ANI इस रिपोर्ट पर बताती है कि लखनऊ पुलिस इस विषय पर सक्रिय है। ज़िले में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई जा चुकी है। पुलिस का साफ कहना है कि किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
वहीं हिंसात्मक रवैया अपनाने वाले और सरकारी अथवा निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगो के खिलाफ, शांति की स्थिति को बाधित करने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाई की जाएगी। आवश्यकता होगी तो उस पर एनएसए भी लगाया जा सकता है।
बहरहाल केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन के सभी संगठनों से खास बैठक कर किसान बिल के नियमों में सुधार करने की पहल की थी लेकिन नई राजनीति के उदय के कारण यह बैठक निष्क्रिय हो गई। इसे नौटंकी न कहे तो और क्या कहे।
किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। ज़िले में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा: लखनऊ पुलिस
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2021
संदर्भ : ANI Hindi News