दोस्तो वह दिन अब दूर नहीं जब इंसान और इंसानरूपी मशीनें एक साथ जीवन व्यतीत करेंगे। काम तो छोड़िए, भविष्य में यह जान पाना ही मुश्किल हो जाएगा कि आप जिसके साथ डेट पर हैं वह इंसान है या कोई रोबोट।
स्मार्ट और फ्यूचर रोबोट्स पर हॉलीवुड और बॉलीवुड में कई फिल्में भी बन चुकी हैं।
टर्मिनेटर हो या रोबोट सब में एक बात कॉमन दिखाई गई है कि इंसान और रोबोट में फर्क करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इसके लिए अभी थोड़ा सा इंतजार करना होगा ।
लेकिन आपको बता दें कि भारत में स्मार्ट रोबोट बन चुका है। वह रोबोट आपकी हर बात का जवाब देना बखूबी जनता है या यूं कहें कि जानती है।
जी हां दोस्तो उस रोबोट को नाम दिया गया है – शालू।
शालू की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह पूरी तरह से भारतीय रोबोट है। इसे उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला के रहने वाले दिनेश पटेल ने बनाया है। दिनेश पटेल आईआईटी मुम्बई के केंद्रीय विद्यालय में कम्प्यूटर साइंस के शिक्षक है।
शिक्षक दिनेश का कहना है कि शालू पूरी तरह से भारतीय तकनीक और स्वदेशी उपकरणों से बनी है।
यह मानवीय संवेदनाओं को भी बखूबी महसूस करती है । उन्होंने बताया कि शालू को बनाने की प्रेरणा उन्हें हॉन्गकॉन्ग की सोफिया से मिली थी।
शालू को बनाने में उन्हें तीन वर्षों का समय लग गया।
इसे 9 भारतीय भाषाएं आती हैं साथ ही 36 विदेशी भाषाओं का भी ज्ञान हैं। शालू हर मुद्दे पर आप से बात कर सकती है, विचार-विमर्श और तर्कशक्ति में भी माहिर है।
साधारण लोगों की तरह शालू व्यवहार करती है। पूछे गए सवालों का सटीक जवाब देती है। साथ ही बातचीत के दौरान उल्टे सवाल भी किया करती है। यह बच्चों को पढ़ाने और परीक्षा लेने में भी दक्ष है।
आपको एक बात और बता दें कि शालू डीडी नेशनल के एक प्रोग्राम में आ चुकी है।